9 महीने पहले जब दिल्ली में BJP ने मार ली थी बाजी, आंकड़े कर रहे इशारा
Delhi Assembly Election: 2024 आम चुनाव के नतीजों को देखें तो दिल्ली विधानसभा की 52 सीटों पर बीजेपी सबसे आगे थी। दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी थी।;
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तीनों दल आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party), बीजेपी और कांग्रेस कमर कस चुके हैं। वैसे नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। लेकिन तीनों दल अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। लेकिन आंकड़े क्या कहते हैं। अगर आंकड़ों की बात करें तो 2020 में आम आदमी पार्टी के खाते में 62 सीट, बीजेपी के खाते में 8 सीट और कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिल सकी थी। इससे पहले 2015 में आप ने अब तक का सर्वोत्तम प्रदर्शन कर 67 सीटों पर कब्जा किया था जबकि कांग्रेस का उस समय भी खाता नहीं खुल सका। इन सबके बीच हम आपके सामने आम चुनाव 2024 के आंकड़े को पेश करेंगे।
चुनाव लोकसभा का बाजी मारी विधानसभा में
2024 के आम चुनाव में बीजेपी ने लोकसभा (Lok Sabha Chunav 2024) की सभी सात सीटों पर जीत का परचम फहराया था। इन सभी लोकसभा में विधानसभा की 70 सीट है। इन 70 सीटों में से 52 पर बीजेपी (BJP) को सबसे अधिक मत मिले थे। यानी कि एक पल के लिए इसे विधानसभा नतीजों से देखें तो बीजेपी आसानी से सरकार बना सकती थी। लेकिन यह देखा गया है कि लोकसभा और विधानसभा में मतदाताओं का मिजाज बदल जाता है। लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पसंद तो विधानसभा में अरविंद केजरीवाल लोकप्रिय हैं। आम चुनाव के नतीजों से एक बात और साफ हुई कि दलित सीटों पर बीजेपी का दबदबा और मुस्लिम बहुल सीटों पर गठबंधन का दबदबा था। बता दें कि आम चुनाव 2024 में आप और कांग्रेस का गठबंधन था। लेकिन विधानसभा चुनाव में यह गठबंधन अस्तित्व में नहीं हैं।
आरक्षित सीट पर बीजेपी, मुस्लिम बहुत सीट पर गठबंधन
बीजेपी ने अनुसूचित जाति के लिए 10 आरक्षित सीटों पर बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब रही। लेकिन सीलमपुर, बाबरपुर, मुस्तफाबाद, ओखला, मटियामहल, बल्लीमारान सीट पर गठबंधन का कब्जा था। इसके साथ ही सिख बहुल सीटों तिलक नगर, राजौरी गार्डेन, जंगपुरा, चांदनी चौक में कम वोट मिले। अब अलग अलग लोकसभा सीट के आंकड़े को बताते हैं।
दक्षिण दिल्ली की सभी सीटों पर दबदबा
दक्षिण दिल्ली में विधानसभा की कुल 10 सीटे हैं, जिनमें बिजवासन, पालम, महरौली,छतरपुर, देवली, अंबेडकर नगर, संगम विहार, कालकाजी, तुगलकाबाद और बदरपुर हैं। इनमें से बिजवासन, पालम, महरौली, छतरपुर, देवली में बीजेपी को औसत वोट 60 हजार से अधिक थे और गठबंधन के उम्मीदवारों से फासला 15 हजार से 20 हजार का था। इसके अलावा संगम विहार, कालकाजी, तुगलकाबाद में फासला 10 हजार से अधिक मतों का था। बदरपुर में बीजेपी को एक लाख से अधिक मत मिले थे।
पश्चिम दिल्ली में नतीजा 7-3
पूर्वी दिल्ली में 8-2 वाला फैसला
पूर्वी दिल्ली में भी लोकसभा की 10 सीटें हैं, गांधी नगर, जंगपुरा, कोंडली, कृष्णानगर, लक्ष्मी नगर, ओखला, पटपड़गंज, शाहदरा, त्रिलोकपुरी, विश्नासनगर खास हैं। इनमें से ओखला और जंगपुरा में आप आगे थी। ओखला में आप को अमानतुल्लाह खान को एक लाख से अधिक मत मिले थे। बीजेपी को शेष आठ सीटों पर औसतन 60 हजार से अधिक मत मिले थे।
उत्तर पश्चिम दिल्ली
उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा में बादली, बवाना, किराड़ी, मंगोलपुरी, मुंडका, नांगलोई जाट, नरेला, रिठाला, रोहिणी और सुल्तानपुर माजरा है। गठबंधन के तहत यह सीट भी कांग्रेस के खाते में गई। इस लोकसभा की सभी 10 सीटों पर बीजेपी का प्रदर्शन शानदार रहा। बीजेपी उम्मीदवार औसतन 70 हजार से अधिक वोट पाने में कामयाब रहे।
चांदनी चौक लोकसभा
चांदनी चौक लोकसभा में आदर्श नगर,शालीमार बाग, शकूरबस्ती, त्रिनगर, वजीरपुर, मॉडल टाउन, सदर बाजार, चांदनी चौक, मटिया महल और बल्लीमारान हैं। गठबंधन के तहत यह सीट भी कांग्रेस के खाते में थीं। बल्लीमारान, मटिया महल, चांदनी चौक पर कांग्रेस का दबदबा रहा। बीजेपी को यहां की सातों विधानसभा में औसतन 50 हजार से अधिक मत मिले थे। कांग्रेस और बीजेपी के बीच जीत हार का अंतर औसतन 15 हजार से अधिक था।
नई दिल्ली लोकसभा
नई दिल्ली लोकसभा में करोल बाग, पटेल नगर, मोती नगर, दिल्ली कैंट, राजेंद्र नगर, कस्तूरबा नगर, मालवीय नगर, आरके पुरम और ग्रेटर कैलाश, नई दिल्ली हैं। नई दिल्ली, दिल्ली कैंट, ग्रेटर कैलाश सीट पर आम आदमी पार्टी आगे थी।