दिल्ली जीतने की जुगत में बीजेपी, क्या आप का तिलिस्म टूटेगा?

दिल्ली चुनाव बीजेपी के लिए क्यों खास है। इसका जवाब 1998 और 2013 में छिपा है। 1998 के बाद से BJP सरकार नहीं बना सकी। 2013 में बड़ी पार्टी होने के बाद भी पिछड़ गई।;

By :  Lalit Rai
Update: 2025-01-22 07:54 GMT

Delhi Assembly Election 2025:  केंद्र की गद्दी पर बीजेपी (BJP) काबिज है। लेकिन दिल्ली विधानसभा में पिछले 27 साल में कमल खिल कर नहीं खिला। 2013 के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी जरूर लेकिन सरकार बनाने के लिए 36 का आंकड़ा नहीं था। अब जब दिल्ली ना तो पूर्ण राज्य और ना ही केंद्रशासित प्रदेश ऐसे में बीजेपी के लिए दिल्ली अहम क्यों है। यह सवाल बेहद अहम है। इस सवाल को समझने से पहले हम यह बताएंगे कि दिल्ली को फतह करने के लिए बीजेपी कैसे आगे बढ़ रही है। क्या बीजेपी को भी आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की तरह रेवड़ियों की बारिश करनी पड़ रही है। दरअसल इसे आप ऐसे भी समझ सकते हैं।

दिल्ली चुनाव पर अर्जुन की तरह नजर

दिल्ली चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने मैनिफेस्टो (BJP Manifesto) को संकल्प पत्र का नाम दिया है। इस संकल्प पत्र को कुल तीन हिस्सों में जारी किया जाना है। जिसका दो हिस्सा सामने आ चुका है। इन दोनों हिस्सों को अगर ध्यान से देखें तो आप की रेवड़ी की काट बीजेपी को भी रेवड़ी में ही नजर आती है। अगर आप को दिल्ली के जापानी पार्क में पीएम मोदी (Narendra Modi Japani Park Speech) का भाषण याद हो तो उन्होंने कहा था कि फ्री वाली योजनाएं जारी रहेंगी। इस ऐलान पर आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने तंज भी कसते हुए कहा था कि आखिर बीजेपी वाले नया क्या कर रहे हैं जो हम लोग कर रहे थे उसकी नकल कर रहे हैं, यही नहीं बीजेपी ने भी मान लिया है कि आप सरकार के फैसले में खामी नहीं थी। 

पीएम मोदी का चेहरा
अब बीजेपी दिल्ली चुनाव को लेकर कितनी गंभीर है। इसे आप ऐसे समझिए। केंद्रीय नेताओं की फौज उतार दी गई है। हर एक नेता को 2 विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है। गुटबाजी की आशंका को खत्म करने के लिए सीएम चेहरे का ऐलान नहीं किया गया। पूरा चुनाव नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ा जा रहा है। पार्टी के रणनीतिकारों को उम्मीद है कि इसकी वजह से गुटबाजी खत्म हो जाएगी। बीजेपी वोटर्स को यह संदेश देने में कामयाब होगी कि हम सामूहिकता में भरोसा करते हैं। 

मंत्रियों और सचिवों को अहम जिम्मेदारी

अगर केंद्रीय मंत्रियों की बात करें तो पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, गजेंद्र शेखावत, मनसुख मांडविया का नाम खास है। इसी तरह राष्ट्रीय सचिव विनोद तावड़े, तरुण चुग, विनोद बंसल अरुण सिंह को जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही सुरेंद्र नागर, अनुराग ठाकुर और संजीव बालियान भी मोर्चा संभाले हुए हैं।

रेवड़ी की काट रेवड़ी से 
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र के दो हिस्सों को जारी किया है। पहले हिस्से में 10 लाख तक का मुफ्त इलाज, महिलाओं के लिए 2500 रुपए हर महीने, झुग्गी झोपड़ी में पांच रुपए में खाना, गैस सिलेंडर पर सब्सिडी, होली और दीवाली पर मुफ्त सिलेंडर, प्रेग्नेंट औरत को 21 हजार रुपए। यही नहीं दिल्ली में जो मुफ्त वाली स्कीम है वो जारी रहेगी।  

दूसरे संकल्प पत्र में बीजेपी ने केजी से पीजी तक मुफ्त पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 15 हजार की सहायता, दो बार यात्रा और फॉर्म अप्लाई करने में आने वाले खर्च को वहन करने का वादा है। इसके साथ ही ऑटो और टैक्सी ड्राइवर्स को 10 लाख रुपए की मुफ्त बीमा योजना, पांत लाख का वाहन बीमा का वादा किया है। इसके साथ ही घरेलू सहायिका को 10 लाख का जीवन बीमा, पांच लाख का दुर्घचाना बीमा और उनके बच्चों के लिए वजीफे का वादा है। 

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