गंदा पानी और मुफ्त में इलाज, दिल्ली का फैसला आप के हाथ
Dirty Water: क्या पानी (फ्री और गंदा दोनों) दिल्ली चुनाव में अहम मुद्दा बनता जा रहा है। इस विषय पर द फेडरल देश की टीम जनता की भावना को समझने की कोशिश कर रही है।;
Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए गारंटी, संकल्प पत्र और रेवड़ियों का ऐलान किया गया है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि पानी का मुद्दा प्रभावी हो रहा है। अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा पर यमुना (Yamuna River Poison) में जहर मिलाने का आरोप क्या लगाया कि खुद सीएम नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini Haryana CM) मैदान में उतर आए। उन्होंने सीएम आतिशी (Delhi CM Atishi) के उस चैलेंज को स्वीकार किया जिसमें पानी पीने की बात कही गई थी। नायब सिंह सैनी 29 जनवरी को दिल्ली के पल्ला गांव पहुंचे, पानी का आचमन करने के बाद उसे पिया भी। उन्होंने यह बताने की कोशिश कि सिर्फ चुनाव जीतने के लिए भ्रामक बात नहीं करनी चाहिए। इन सबके बीच दिल्ली की जनता का पानी को लेकर क्या नजरिया है।
द फेडरल देश की टीम इस समय दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में लोगों से रूबरू हो रही है। हमारी टीम समाज के हर तबके से मिल रही है, हमारा सवाल यही होता है कि मुफ्त पानी पर क्या नजरिया है। इसे लेकर अलग अलग तरह की राय है, कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें पैसों की बचत हो रही है। केजरीवाल उनकी बुनियादी सुविधा का ध्यान रख रहे हैं। वहीं ऐसे लोग भी हैं जिनके मुताबिक फ्री (Free Water) का पानी पीकर वो बीमार पड़ रहे हैं, अब ऐसे पानी का क्या फायदा। गंदा पानी आ रहा है जिसे आप पी नहीं सकते।
हकीकत में उन्हें 25 लीटर वाले गैलन मंगाने पड़ रहे है, उसमें पैसा तो खर्च हो ही रहा है। जब हमने पूछा कि इलाज भी तो मुफ्त है, इतना कहते ही लोग भड़क कर कहते हैं कि खाक इलाज। यह तो कुछ वही बात हो गई कि हम आपको खाना खिलाएंगे और बीमार पड़ने पर इलाज कराएंगे। वैसी सूरत में उस तरह के खाने का क्या मतलब रह जाता है।
लोग कहते हैं कि मोहल्ला क्लिनिक का हाल यह है कि उसमें ड़ॉक्टरों की गुणवत्ता बेहद खराब है। डॉक्टरों को हर एक मरीज का मर्ज एक जैसा दिखता है। मरीजों के साथ चेकअप के नाम पर मजाक किया जाता है। अब ऐसी सूरत में अगर वो गंदे पानी के वजह से बीमार पड़ते हैं तो उनका इलाज किस तरह से होगा उसका अंदाजा आप खुद भी लगा सकते हैं। यानी कि लोगों की सबसे बड़ी शिकायत यही है कि मुफ्त का पानी जानलेवा साबित हो रहा है। छतरपुर में एक महिला ने कहा कि गंदे पानी का असर यह हुआ कि उसका पूरा परिवार पथरी का शिकार हुआ। इलाज में लाखों रुपए लग गए। पैसे देकर साफ पानी मंगाना पड़ता है, ऐसे में मुफ्त पानी का मतलब क्या है।