दिल्ली की 16 सीटों पर सीधा असर, इस वजह से पूर्वांचली वोटर्स पर नजर

Delhi Assembly Election 2025: 16 सीटें ऐसी हैं जहां पूर्वांचली मतदाता अहम भूमिका निभाते हैं। दिल्ली की गद्दी पर काबिज होने के लिए इनका समर्थन जरूरी है।;

By :  Lalit Rai
Update: 2025-01-20 03:15 GMT

Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली के चुनावी समर में सियासी दल मतदाताओं को लुभाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे। अगर दिल्ली में मतदाताओं को अलग अलग वर्गों में देखें तो पूर्वांचली मतदाताओं की भूमिका अहम है। इसका अर्थ यह है कि कोई भी दल इन्हें नकार नहीं सकता। आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party), बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress)  तीनों दावा कर रहे हैं कि उनके शासन में मतदाताओं के इस समूह से सौतेला व्यवहार नहीं होता था। अगर उन्हें सरकार बनाने का मौका मिलता है तो उनके पास कई योजनाएं है जिन्हें वो जमीन पर उतार सकते हैं। यहां हम आंकड़ों के जरिए बताएंगे कि पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले मतदाता इतने अहम क्यों अहम हैं।  

दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ मतदाता
दिल्ली की कुल आबादी करीब दो करोड़ 17 लाख में से 1.55 करोड़ मतदाता हैं। पुरुष मतदाता की संख्या करीब 83 लाख और महिला मतदाता की संख्या 71 करोड़ के आसपास है। कुल डेढ़ करोड़ वोटर्स में से करीब 46 लाख का नाता पूर्वांचल से है। पूर्वांचल का मतलब पूर्वी यूपी और बिहार से है।

करीब 16 सीटें ऐसी हैं जहां कुल वोटर्स का 30 फीसद पूर्वांचली हैं, इसका अर्थ ये कि यह वर्ग जिस तरफ झुका उसकी जीत पक्की। यानी की जादुई आंकड़े 36 की लड़ाई में इन 16 सीटों को कोई भी दल हल्के में नहीं ले सकता। यहां कुछ विधानसभा क्षेत्रों का जिक्र करेंगे जहां पूर्वांचली वोटर्स की तादाद 25 फीसद से ऊपर है।

इन विधानसभा पर असर

  • देवली में कुल मतदाता 249637 के करीब, 29 फीसद पूर्वांचली
  • संगम विहार में 34 फीसद पूर्वांचली वोटर्स कुल मतदाता 198913
  • बुराड़ी में 383040 मतदाता, 27 फीसद पूर्वांचली
  • किराड़ी में 293345 वोटर्स, 29 फीसद पूर्वांचली
  • विकासपुरी में 29 फीसद पूर्वांचली मतदाता कुल 428700 वोटर्स
  • द्वारका में 23 फीसद पूर्वांचली मतदाता कुल 220712 वोटर्स
  • पालम में 26 फीसद पूर्वांचली मतदाता कुल 249498 वोटर्स
  • लक्ष्मीनगर में कुल मतदाता 198617, पूर्वांचली वोटर्स 31 फीसद
  • मटियाला में कुल मतदाता 424506, पूर्वांचली वोटर्स 20 फीसद
  • करावल नगर में कुल मतदाता 288509, पूर्वांचली वोटर्स 20 फीसद
  • सीमापुरी में पूर्वांचली वोटर्स 22 फीसद में कुल मतदाता 197432 
  • रिठाला में पूर्वांचली वोटर्स 23 फीसद में कुल मतदाता 301652 
  • मंगोलपुरी में पूर्वांचली वोटर्स 27 फीसद में कुल मतदाता 179432
  • बादली में कुल मतदाता 215870, पूर्वांचली वोटर्स 26 फीसद
  • त्रिलोकपुरी में कुल मतदाता 182706, पूर्वांचली वोटर्स 38 फीसद
  • पटपड़गंज में कुल मतदाता 215803, पूर्वांचली वोटर्स 23 फीसद 

सत्ता के गलियारे तक असर

1993 से 2025 तक दिल्ली के सियासी सफर पर नजर डालें तो 1998 में कांग्रेस ने शीला दीक्षित (Sheila Dixit) का नाम आगे किया गया था और उसका फायदा कांग्रेस को मिला भी। 2013 में जब पूर्वांचली मतदाता आप के पाले में चले गए तो कांग्रेस के सामने संकट उठ खड़ा हुआ। 2013 में कांग्रेस (Congress) भले ही आठ सीट जीतने में कामयाब रही हो। 2015 और 2020 के आंकड़े निराशाजनक रहे। पार्टी का एक भी नुमाइंदा दिल्ली विधानसभा का हिस्सा नहीं बन सका। 

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