कभी कांग्रेस तो अब आप का गढ़, कैसा है त्रिलोकपुरी की जनता का मिजाज
Trilokpuri assembly दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से एक है। यह सीट साल 2013 से आम आदमी पार्टी के कब्जे में है। बीजेपी को इस सीट पर सिर्फ एक दफा जीत मिली है।;
Trilokpuri Assembly Constituency: दिल्ली विधानसभा 2025 चुनाव (Delhi Assembly Election 2025) के लिए भले ही तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। सियासी फिजा गरम हो गई है। दिल्ली की 70 सीटों में से एक खास सीट त्रिलोकपुरी की चर्चा करेंगे जो यमुना पार के इलाके में और पूर्वी दिल्ली लोकसभा (Trilokpuri East Delhi Lok Sabha) का हिस्सा है। अगर लोकसभा की बात करें तो सांसद हर्ष मल्होत्रा बीजेपी से हैं लेकिन त्रिलोकपुरी के विधायक का नाता आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi party से है। खास बात यह है कि 2013, 2015 में भी आप का ही कब्जा रहा। 2013 और 2015 में आप के राजू धींगान ने जीत दर्ज की थी। हालांकि 2020 में नए चेहरे रोहित कुमार महरौलिया पर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने भरोसा जताया।
त्रिलोकपुरी सीट 1993 से 2003 तक कांग्रेस (Congress) के कब्जे में रही। 2008 में बीजेपी (BJP) ने जीत दर्ज की थी।लेकिन 2013 से इन दोनों दलों को एक अदद जीत का इंतजार है। इस विधानसभा में त्रिलोकपुरी, कोटला गांव, मयूर विहार, न्यू अशोक नगर, मयूर विहार फेज वन एक्सटेंशन है। इन सबके बीच अगर मतदाताओं (Trilokpuri Voters) की बात करें तो कुल एक लाख 82 हजार के करीब मतदाता है। पुरुष वोटर्स 97826 और महिला वोटर्स 84860 हैं।
- कुल मतदाता- 1, 82 425
- पुरुष मतदाता- 97826
- महिला मतदाता- 84860
इस इलाके (Trilokpuri Public Reaction) के लोगों का कहना है कि साफ पानी की दिक्कत है, वर्षों पहले पाइप लाइन डाली गई थी। लेकिन पाइप गल चुके हैं और उसकी वजह से दूषित पानी पीने के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही बिजली आपूर्ति की समस्या है। टॉयलेट की बदहाल व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट और महिला सुरक्षा यहां के बड़े मुद्दे है। इसके साथ ही लोगों का यह भी कहना है कि केजरीवाल ने बड़े बड़े वादे किए थे। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।