जब खाने को मोहताज थे लोग, तब केजरीवाल की आमदनी में 40 फीसदी इजाफा! BJP ने उठाया सवाल
Delhi election: बीजेपी ने कहा कि साल 2020-21 में बिना कोई अन्य आय स्रोत दिखाए गए केजरीवाल की आय में 40 गुना वृद्धि हुई.;
Arvind Kejriwal income: दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होंगे और मतगणना 8 फरवरी को होगी. ऐसे में राजनीतिक दलों के आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है. यह कहना गलत नहीं होगा कि इन दिनों राष्ट्रीय राजधानी का सियासी पारा चरम पर है. दिल्ली की प्रमुख राजनीतिक दल आम आदमी पार्टी (AAP), बीजेपी (BJP) और कांग्रेस एक-दूसरे को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं. इसी कड़ी में बीजेपी ने आरोप लगाया है कि जब कोरोना महामारी की वजह से पूरी दुनिया की कमाई ठप पड़ गई थी, उस दौरान अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की कमाई में 40 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई थी.
दिल्ली बीजेपी (BJP) अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने गुरुवार को आप(AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर उनकी आय के स्रोतों को लेकर निशाना साधा. उन्होंने दावा किया कि साल 2020-21 में केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की आय में 40 फीसदी की वृद्धि हुई, जब देश कोविड-19 महामारी से जूझ रहा था.
बता दें कि केजरीवाल (Arvind Kejriwal) द्वारा दायर चुनावी हलफनामे के अनुसार, साल 2019-20 के आयकर रिटर्न में दिखाई गई उनकी कुल आय ₹1,57 823, 2020-21 में ₹44,90,040, 2021-22 में ₹1,62,976, 2022-23 में ₹1,67,066 और 2023-24 में ₹7,21,530 है.
सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का दावा है कि उनकी आय का एकमात्र स्रोत विधायक के रूप में उनका वेतन है. साल 2020-21 में बिना कोई अन्य आय स्रोत दिखाए गए उनकी आय में 40 गुना वृद्धि हुई और 2023-24 में इसमें 6 गुना वृद्धि हुई. दिल्ली के लोग आय में इस असामान्य वृद्धि के बारे में उनसे स्पष्टीकरण चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल (2014-15 से 2019-20 तक) के दौरान केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के आयकर रिटर्न में मुख्यमंत्री के रूप में प्रति वर्ष ₹3,60,000 से कम कर योग्य मूल वेतन दिखाया गया है. साल 2020-21 में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपनी आय ₹44,90,040 बताई. जो पिछले वर्ष 2019-20 में उनकी ₹1,57,823 की आय से लगभग 40 गुना अधिक है.
उन्होंने पूछा कि यह काफी आश्चर्यजनक है कि 2020-21 में कोविड काल के दौरान, जब दुनिया भर में लोगों की आय कम हो गई थी और यहां तक कि प्रॉपर्टी रजिस्ट्री भी रुक गए थे, अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की आय 40 गुना बढ़ गई. ऐसे चुनौतीपूर्ण वर्ष में ऐसा कैसे हुआ?
बता दें कि आबकारी नीति मामला केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया को ईडी ने आबकारी नीति तैयार करने में कथित भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया था, जिसे बाद में रद्द कर दिया गया था. महीनों जेल में बिताने के बाद दोनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया. ईडी ने जमानत पर बाहर चल रहे केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को 21 मार्च को PMLA के तहत गिरफ्तार किया और 17 मई को एक चार्जशीट में उनका नाम दर्ज किया, जिसमें दावा किया गया कि कुछ शराब व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए ली गई कथित 100 करोड़ रुपये की रिश्वत में से 45 करोड़ रुपये आप (AAP) के गोवा चुनाव अभियान के लिए इस्तेमाल किए गए थे.