बिधूड़ी के विवादित बयान से गरमाई सियासत, प्रियंका गाँधी के बाद आतिशी पर विवादित बोल

रमेश बिधूड़ी ने कहा कि आतिशी पहले मार्लेना उपनाम लगाती थीं और अब सिंह। उनहोंने अपना बाप बदल लिया है।;

Update: 2025-01-05 18:19 GMT

Delhi Vidhansabha Elections 2025 : दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले कालकाजी विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी के विवादित बयानों ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। बयान भी ऐसे जिन्हें महिला विरोधी कहा जा रहा है और यही वजह भी है कि इस विवाद में बिधूड़ी पार्टी से अलग थलग पड़ गए हैं। बिधूड़ी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी पर टिप्पणी कर विवाद को जन्म दिया।


प्रियंका गांधी पर टिप्पणी और माफी
बिधूड़ी ने प्रियंका गांधी के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि "जैसे ओखला और संगम विहार की सड़कें बनाई गई हैं, वैसे ही कालकाजी की सड़कें प्रियंका गांधी के गाल जैसी बना दूंगा।" यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा। विवाद बढ़ने पर बिधूड़ी ने माफी मांग ली, लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा।

आतिशी पर निशाना और नया विवाद
रोहिणी में भाजपा की ‘परिवर्तन रैली’ के दौरान बिधूड़ी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को लेकर अपमानजनक बयान दिया। उन्होंने कहा, "आतिशी ने अपना उपनाम ‘मार्लेना’ से बदलकर ‘सिंह’ कर लिया है। उन्होंने अपना बाप बदल लिया।" आतिशी, जिन्होंने कुछ समय पहले अपना उपनाम ‘मार्लेना’ हटाकर ‘सिंह’ रखा, इस टिप्पणी पर अब तक चुप हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता इस बयान की तीखी निंदा कर रहे हैं।

आप का पलटवार
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "बीजेपी के नेता महिलाओं का अपमान कर रहे हैं। दिल्ली की जनता इसे सहन नहीं करेगी। महिलाओं का यह अपमान बीजेपी को भारी पड़ेगा।"


आप की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, "बिधूड़ी महिला मुख्यमंत्री से बुरी तरह हारेंगे। अगर वो महिलाओं के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं, तो सामान्य महिलाओं के प्रति उनका रवैया कैसा होगा, यह सोचकर डर लगता है।"

तीन दिग्गजों की त्रिकोणीय लड़ाई
कालकाजी विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। मुख्यमंत्री आतिशी का सामना भाजपा के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से होगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का जल्द ही ऐलान होने की संभावना है, लेकिन बिधूड़ी के बयान पहले ही सियासी तापमान बढ़ा चुके हैं।
जानकारों का मानना है कि बिधूड़ी के बयान भाजपा की रणनीति को नुकसान पहुंचा सकते हैं। महिला मतदाताओं के बीच आप और कांग्रेस इस विवाद को प्रमुख मुद्दा बना सकती हैं। वहीं, भाजपा को इस स्थिति से उबरने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी।
दिल्ली चुनावों में महिलाओं का वोट बड़ा फैक्टर माना जा रहा है। ऐसे में बिधूड़ी के बयानों का असर चुनावी परिणामों पर पड़ेगा या नहीं, यह देखना दिलचस्प होगा।


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