गरीबी तो थी लेकिन हिम्मत की कमी नहीं, कमरतोड़ मेहनत से किया कमाल

एक युवा पुलिस अधिकारी जिन्होंने गरीबी को अपने सपने के सामने टिकने नहीं दिया.

Update: 2024-11-27 03:56 GMT

Success Story: मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के अजयगढ़ के देवगांव के रहने वाले डीएसपी संतोष पटेल ने अपने इस कठिन सफर को पूरा करने के लिए कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. संतोष पटेल ने अपने स्कूल की पढ़ाई अपने गांव में ही की थी. उनका बचपन बेहद गरीबी में गुजरा था. हर मां- पिता अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए सब कुछ त्याग देते हैं. उनके माता-पिता ने मजदूरी करके अपने बच्चों को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. उन्होने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वो अपने गांव में एक जंगल के किनारे रहते थे.

उन्होंने आगे बताया कि उस जगह में रहने की वजह से कोई आय का साधन था. उस वक्त जंगल में जो भी मजदूरी होती थी वही था. मेरे माता- पिता जंगल में मजदूरी करके घर चलाते थे. हमारे यहां गर्मियों के समय में तेंदू पत्ता इकट्ठा करते थे. साथ ही वो जंगल में शहद भी निकालने का काम करते थे. इसके अलावा कुछ न कुछ काम करके घर चलाया करते थे.

उन्होंने आगे बताया कि जब मैं ग्रेजुएशन कर रहा था तो मैंने बीएससी की पढ़ाई खुद से की थी. सेल्फ स्टडी से ही मैंने अपने सपने को पूरा किया. जब मैं ग्रेजुएशन के लिए भोपाल पहुंचा, तो मैंने मार्केंटिंग की नौकरी करना शुरु कर दिया. नौकरी करने के बाद मेरा मेरा पढ़ाई से मन हट गया था और मैं भटक गया था. फिर साल 2015 में मैंने डीएसपी बनने के लिए संकल्प लिया. उस संकल्प ने मेरी पूरी लाइफ बदल कर रख दी.

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