UPSC तैयारी के दौरान रोहित कर्दम पर टूटा दुखों का पहाड़, लेकिन नहीं मानी हार

अपने इस दुख को अपनी ताकत बनाकर अपने सपने को किया सकार. अपनी इस स्टोरी में हम आपको ऐसी की एक सक्सेस स्टोरी बताने जा रहे हैं.

Update: 2024-11-19 06:07 GMT

यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा को पास करना कोई असान बात नहीं है. इस परीक्षा के लिए अपने घरवालों का भी साथ होना काफी जरुरी है. लेकिन कभी- कभी भगवान के सामने किसी की नहीं चलती. ज्यादातर बच्चे अपने मां- बाप का सपना पूरा करने के लिए दिन रात एक कर देते हैं और सोचो अगर उस सफर में उस बच्चे की मां का ही निधन हो जाए तो वो अंदर ही अंदर टूट जाएगा, लेकिन रोहित कर्दम ने अपने साथ ऐसा नहीं होने दिया.

साल 2022 में रोहित कर्दम ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 517वीं रैंक हासिल की थी. बचपन से ही रोहित पढ़ने में बहुत होशियार था. अभी इस वक्त रोहित के परिवार में उनके पिता हरिलाल कर्दम,एक भाई और एक बहन हैं. साल 2021 में महामारी कोरोना दौरान उनकी मां का निधन हो गया था. आपको बता दें, रोहित ने तीसरे प्रयास में यूपीएससी क्रैक किया था. इससे पहले रोहित नौकरी करते थे. नौकरी को छोड़ साल 2020 से उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू दी थी.

एक इंटरव्यू के दौरान रोहित कर्दम ने बताया था कि, मैं जो यहां तक पहुंचा हूं ये सब मेरे परिवार के बदौलत. साल 2021 में मेरी मां के निधन के बाद मैं काफी परेशान हो गया था. लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी मां के लिए मुझे इस सपने को पूरा करना था. मैं कभी रुके नहीं और आगे बढ़ता चला गया.

Tags:    

Similar News