Aamir Khan 60 की उम्र में भी है बदलाव के बादशाह

60 की उम्र में भी, हम अब भी उन्हें खुद को नए रूप में ढालते देखने से नहीं थके हैं.;

Update: 2025-03-18 08:42 GMT

अगर बॉलीवुड को एक शतरंज की बिसात माना जाए. तो आमिर खान उसमें राजा या घोड़े की तरह नहीं होंगे बल्कि एक चालाक ऊंट की तरह होंगे. जो धीरे-धीरे लेकिन सटीक तरीके से अपनी चाल चलता है और खेल को बदल देता है. 14 मार्च को 60 साल के हुए आमिर खान ने अपने करियर में कई रूप अपनाए हैं. कभी रोमांटिक हीरो, कभी सामाजिक संदेश देने वाले अभिनेता, तो कभी परफेक्शनिस्ट के रूप में जाने गए, लेकिन हर बार उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों को चौंकाया है.

निजी जीवन और रिश्तों में संतुलन

अपने 60वें जन्मदिन के मौके पर आमिर ने अपने जीवन की नई साथी गौरी स्प्राट को दुनिया के सामने पेश किया. उन्होंने मीडिया से अनुरोध किया कि उनकी प्राइवेसी का सम्मान किया जाए. दो बार शादी कर चुके आमिर से जब तीसरी शादी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि अब मैं शादी करूंगा. अभी मैं अपने परिवार, बच्चों और करीबियों के साथ बहुत खुश हूं. आमिर का निजी जीवन हमेशा चर्चा में रहा है. उन्होंने 2002 में अपनी पहली पत्नी रीना दत्ता से अलग होने के बावजूद उनके साथ अच्छे संबंध बनाए रखे. रीना ने उनकी ऑस्कर-नॉमिनेटेड फिल्म लगान को प्रोड्यूस किया था. 2021 में किरण राव से तलाक के बाद भी दोनों अच्छे दोस्त बने रहे और पानी फाउंडेशन में साथ काम कर रहे हैं. आमिर के रिश्ते यह दिखाते हैं कि वो रिश्तों को गरिमा और समझदारी से निभाते हैं.

हर फिल्म में नया बदलाव

आमिर ने अपनी अगली फिल्म सितारे जमीन पर की घोषणा की, जो उनकी 2007 की सुपरहिट फिल्म तारे जमीन पर का एक आध्यात्मिक सीक्वल होगी. ये फिल्म खेल-कूद की दुनिया पर आधारित होगी और इसमें जेनेलिया डिसूजा भी होंगी. इसके अलावा उन्होंने अंदाज अपना अपना 2 पर काम शुरू कर दिया है, जो उनकी 1994 की कल्ट क्लासिक कॉमेडी का सीक्वल होगी. इस साल जून में वो लाहौर 1947 में नजर आएंगे, जो भारत-पाकिस्तान विभाजन पर आधारित एक फिल्म है, जिसमें सनी देओल और प्रीति जिंटा भी होंगे.

परफेक्शनिस्ट होने की चुनौती

आमिर अपने काम में बारीकी पर ध्यान देने के लिए मशहूर हैं. लगान की शूटिंग के दौरान उन्होंने क्रिकेट सीन को दोबारा शूट करवाया क्योंकि उन्हें स्विंग सही नहीं लगी. रंग दे बसंती का अंत भी उन्होंने बदला था क्योंकि टेस्ट ऑडियंस को यह पसंद नहीं आया था. वो उन चुनिंदा अभिनेताओं में से हैं जो 300 ऑडिशन देखने के बाद एक चाइल्ड एक्टर को चुनते हैं. हालांकि उनकी ये परफेक्शन की आदत हमेशा सफल नहीं रही. ठग्स ऑफ हिंदोस्तान और लाल सिंह चड्ढा जैसी फिल्में दर्शकों को खास पसंद नहीं आईं.

स्टारडम से अलग एक अभिनेता

आमिर हमेशा अलग राह पर चले हैं. उन्होंने कभी फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन नहीं किया, कभी अवॉर्ड शो को होस्ट नहीं किया और यहां तक कि जब उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार अनुचित लगा, तो उन्होंने उसे लेने से इनकार कर दिया. उनका टेलीविजन शो सत्यमेव जयते भी एक बड़ा उदाहरण था, जहां उन्होंने समाज की कड़वी सच्चाईयों को दिखाया.

60 की उम्र में भी नई खोज

आमिर खान आज भी सिनेमा को सिर्फ एंटरटेनमेंट नहीं, बल्कि समाज को प्रभावित करने का माध्यम मानते हैं. वो नई कहानियां ढूंढ रहे हैं. नए किरदार निभाने की तैयारी कर रहे हैं और दर्शकों को फिर से चौंकाने के लिए तैयार हैं. 60 की उम्र में भी वो किसी 'सेटल' जिंदगी में विश्वास नहीं रखते. वो हमेशा बदलाव के साथ आगे बढ़ते हैं. यही उनकी असली पहचान और उनकी सबसे बड़ी विरासत है.

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