Emergency से लेकर Wolf Man तक, इस हफ्ते फैमली के साथ थिएटर में देखें ये फिल्में
अब वीकेंड आ गया है, तो आने वाली छुट्टियों में सिनेमाघरों में देखी जा सकने वाली फिल्मों की लिस्ट हम आपके के लिए लेकर आए हैं.;
साल 2025 का तीसरा वीकेंड सिनेमाघरों में भरा हुआ है. कंगना रनौत की इमरजेंसी से लेकर मनोज बाजपेयी की सत्या तक इस शुक्रवार को सिनेमाघरों में कई फिल्में रिलीज हुई हैं. अब जब वीकेंड आ गया है, तो आप अपनी फैमली के साथ आने वाली छुट्टियों में सिनेमाघरों में कुछ देखना चाहते हैं तो हमारी ये पूरी लिस्ट जरुर पढ़ ले.
Emergency
एक्ट्रेस कंगना रनौत की इस फिल्म में उन्हें भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के रूप में दिखाया गया है, जिसमें उनकी राजनीतिक और व्यक्तिगत कठिनाइयों को दर्शाया गया है. इसमें उन्हें अपने निर्णयों, बढ़ते असंतोष और सार्वजनिक आलोचना के कठोर नतीजों से जूझते हुए दिखाया गया है.
Azaad
फिल्म आजाद 1920 में बहादुरी, प्यार और दृढ़ता की एक दिल को छू लेने वाली कहानी बताती है. ये एक छोटे बच्चे की खोज पर केंद्रित है, जो अपने घोड़े आजाद को खोजने के लिए संघर्ष करता है, जो युद्ध के दौरान खो जाता ह. ये सब भारत के शुरुआती स्वतंत्रता आंदोलन में हुआ था. अजय देवगन की इस फिल्म में पीयूष मिश्रा और डायना पेंटी के साथ-साथ दो नए कलाकार, राशा थडानी और अमन देवगन शामिल हैं. यानी दोनों की ये डेब्यू फिल्म है.
Satya
अब फैंस के पास सत्या साल 1998 में हुई रिलीज फिल्म देखने का मौका है, जो एक ऐसी कल्ट मूवी है, जिसके बहुत से फैंस हैं. जेडी चक्रवर्ती की फिल्म सत्या में मनोज बाजपेयी लीड रोल में है. राम गोपाल वर्मा की ये फिल्म मुंबई के अंडरवर्ल्ड की कहानी को दिखाती है. इसी के साथ उर्मिला मातोंडकर की एक्टिंग ने सभी को चौंका दिया था.
Wolf Man
ये हॉरर रीबूट दर्शकों को 1941 की क्लासिक वुल्फ मैन की कहानी को दिखाती है. कहानी की शुरुआत में एक परिवार एक जानवर द्वारा घेर लिया जाता है जो छाया में दुबका रहता है, जो एक सुनसान फार्महाउस में ये हादसा होता है. परिवार को ये तय करना होगा कि क्या वो रात भर जिंदा रह सकते हैं या क्या बाहर का खतरा उन तक पहुंचने से पहले अंदर का खौफ उन्हें मार देगा.
A Real Pain
जेसी ईसेनबर्ग ने ए रियल पेन कहानी लिखी, निर्देशित की और उसमें एक्टिंग भी की. जो परिवार, दुःख और आत्म-खोज के बारे में एक कॉमेडी कहानी है. ये फिल्म दो यहूदी-अमेरिकी चचेरे भाइयों पर केंद्रित है, जो सालों अलग रहने के बाद अपनी दादी को श्रद्धांजलि देने के लिए पोलैंड जाते हैं.