क्या Stolen सच्ची घटना पर है आधारित? जानिए असम की असली घटना के बारे में जिसने पूरे देश को हिला दिया था...

अभिषेक बनर्जी की फिल्म Stolen एक सच्ची घटना पर आधारित है, जो असम के कार्बी आंगलोंग जिले में हुई थी.;

Update: 2025-06-06 08:43 GMT
Stolen

एक्टर अभिषेक बनर्जी की फिल्म Stolen ने अमेजन प्राइम पर रिलीज होते ही लोगों का ध्यान खींचा है. इसके तेज-तर्रार थ्रिलर प्लॉट, शानदार एक्टिंग और इमोशनल अपील ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है. लेकिन जो सवाल हर दर्शक के मन में उठ रहा है क्या Stolen सच्ची घटना पर आधारित है? तो जवाब है हां, ये फिल्म साल 2018 में असम के कार्बी आंगलोंग जिले में हुई एक दर्दनाक मॉब लिंचिंग की सच्ची घटना से प्रेरित है.

क्या था असम का कार्बी आंगलोंग लिंचिंग केस?

साल 2018 में नीलोत्पल दास और अभिजीत नाथ नाम के दो दोस्त असम के कार्बी आंगलोंग जिले में घूमने निकले थे. उसी समय इलाके में एक व्हाट्सएप अफवाह फैली हुई थी कि कुछ लोग बच्चों को अगवा कर रहे हैं. इन अफवाहों के चलते गांव वालों ने इन दोनों को बच्चा चोर समझ लिया था.

नीलोत्पल और अभिजीत ने कई बार भीड़ के सामने अपनी बेकसूरी की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने नहीं सुनी. उन्हें कार से बाहर खींचकर, लाठियों और पत्थरों से पीट-पीटकर मार डाला गया. इतना ही नहीं, हमलावरों ने इस खौफनाक वारदात का वीडियो भी रिकॉर्ड किया, जो बाद में वायरल हुआ और पूरे देश में गुस्सा और सदमा फैल गया.

निर्देशक करण तेजपाल ने क्यों बनाई ये फिल्म?

फिल्म Stolen के निर्देशक करण तेजपाल ने एक इंटरव्यू में बताया कि इस घटना ने उन्हें झकझोर कर रख दिया था. इसी घटना से प्रेरित होकर उन्होंने गहराई से रिसर्च की और अपनी पहली फिल्म बनाने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि यह घटना ही वो कारण बनी जिससे Stolen की कहानी ने जन्म लिया. फिल्म में दो भाई गौतम और रमन एक गायब हुए बच्चे की तलाश में निकलते हैं. इस खोज के दौरान उन्हें सिस्टम, समाज और भीड़ की मानसिकता से जूझना पड़ता है. फिल्म इंसानियत, अफवाहों के खतरे और मॉब जस्टिस जैसे गहरे मुद्दों पर सवाल उठाती है. Stolen 4 जून 2025 को Amazon Prime Video पर स्ट्रीम हुई और तब से दर्शकों के बीच इसकी खूब चर्चा हो रही है.

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