ऑपरेशन सिंदूर के अफसर KBC पर, वर्दी में एंट्री से मचा बवाल

KBC के स्वतंत्रता दिवस एपिसोड में वर्दीधारी अफसरों की मौजूदगी पर सोशल मीडिया पर विवाद, सेना के प्रोटोकॉल और राजनीतिक इस्तेमाल पर उठे सवाल.;

Update: 2025-08-13 09:19 GMT

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मीडिया ब्रीफिंग का चेहरा रहे कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के कौन बनेगा करोड़पति (KBC) के एक स्पेशल एपिसोड में नजर आने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे सशस्त्र बलों का पीआर और राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करार देते हुए कड़ी आलोचना की है. इस खास स्वतंत्रता दिवस एपिसोड में नौसेना की कमांडर प्रerna देओस्थली भी नजर आएंगी, जो पिछले साल भारतीय नौसेना में किसी युद्धपोत की कमान संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बनी थीं.

ऑपरेशन सिंदूर ब्रीफिंग करने वाले अफसर

हाल ही में शो निर्माताओं ने 15 अगस्त को प्रसारित होने वाले एपिसोड का एक छोटा टीजर जारी किया, जिसमें केबीसी होस्ट अमिताभ बच्चन द्वारा तीनों अधिकारियों का भव्य स्वागत करते हुए दिखाया गया. प्रोमो में कर्नल कुरैशी बताती हैं कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर क्यों शुरू किया था. उन्होंने कहा, पाकिस्तान बार-बार ऐसे (आतंकी) कृत्य करता रहा है. जवाब जरूरी था, और इसलिए ऑपरेशन सिंदूर की योजना बनाई गई. हालांकि, किसी सैन्य अभियान के तुरंत बाद दो वर्दीधारी अधिकारियों का रियलिटी शो पर जाना और उस पर खुलकर बात करना कई नेटिजन्स को नागवार गुजरा. कई ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि उन्हें पूरी यूनिफॉर्म में शो में क्यों बुलाया गया.

एक यूजर ने लिखा, क्या आपने कभी किसी गंभीर देश में ऐसा होते देखा है? सेवा में रहते हुए किसी को ऐसा करने की अनुमति कैसे है? मौजूदा शासन हमारी सेना का इस्तेमाल अपनी घटिया राजनीति और अति-राष्ट्रवाद के लिए कर रहा है. एक अन्य ने पूछा कि क्या सशस्त्र बलों के प्रोटोकॉल में ऐसे रियलिटी शो में अफसरों के जाने की इजाजत है. भारतीय सशस्त्र बलों की एक गरिमा और सम्मान है. नेता इसे अपने निजी फायदे के लिए बर्बाद कर रहे हैं, ये शर्मनाक है. तीसरे ने टिप्पणी की, हमारी सेना राजनीति से ऊपर थी, पीआर से परे थी. सेना देश की रक्षा के लिए है, किसी नेता की ब्रांडिंग के लिए नहीं.

क्या कहता है प्रोटोकॉल

सेना की ड्रेस रेगुलेशन के अनुसार, आधिकारिक वर्दी को सांस्कृतिक आयोजनों या सामाजिक समारोहों में नहीं पहना जा सकता. इसे सार्वजनिक स्थानों, रेस्तरां, पब्लिक ट्रांसपोर्ट या सिविल एयरक्राफ्ट में यात्रा करते समय भी नहीं पहना जा सकता. साथ ही, गैर-आधिकारिक मान्यता प्राप्त गतिविधियों में भी वर्दी पहनना प्रतिबंधित है, जब तक कि कमांडिंग ऑफिसर की लिखित अनुमति न हो.

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