अब ममता कुलकर्णी बन चुकी हैं महामंडलेश्वर, इतना बड़ा बदलाव कैसे हुआ?
Mamata Kulkarni एक समय फिल्म इंडस्ट्री की बड़ी नाम हुआ करती थीं। विवादों से साया भी रहा। 24 साल बाद भारत वापस लौटीं और खुद को आध्यात्म की दुनिया की तरफ मोड़ लिया।;
Mamata Kulkarni: ममता कुलकर्णी का करियर विवादों से भरा रहा है। सिल्वर स्क्रीन पर शानदार अभिनय के जरिए स्टारडम का रुतबा हासिल किया तो ड्रग्स सिंडिकेट से नाम भी जुड़ा। विक्की गोस्वामी के साथ शादी की खबर आईं हालांकि इसे ममता अफवाह बताती हैं। विक्की के कारोबार पर उन्होंने कहा था कि उन्हें उसके अतीत के बारे में जानकारी नहीं थी। 24 साल बाद वो भारत आईं। लेकिन अब उनका दूसरा अवतार हो चुका है। अब उन्हें दुनिया महामंडलेश्वर के नाम से जानेगी। प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh 2025) में बाकायदा उन्होंवे किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhara) में शामिल हो दीक्षा ली है।
ममता कुलकर्णी अब आध्यात्मिक यात्रा की राह पर हैं। चमक-दमक और ग्लैमर को त्यागकर 'माई ममता नंद गिरी' (Mamata Nand Giri) की नई पहचान बनाई है। उन्होंने अपना पिंडदान भी किया, जो सांसारिक बंधनों के त्याग का प्रतीक है। बता दें कि किन्नर अखाड़ा किन्नरों द्वारा स्थापित एक आध्यात्मिक संप्रदाय है और हिंदू धर्म के सबसे बड़े और सबसे प्रमुख अखाड़ों में से एक जूना अखाड़े (Juna Akhara) के तहत काम करता है।
निजी जीवन
1972 में जन्मीं ममता कुलकर्णी ने कभी शादी नहीं की। पिछले कुछ सालों में उनके और विक्की गोस्वामी के बीच संबंध होने की अफवाहें उड़ीं। कई रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया कि दोनों ने शादी कर ली है। पिछले साल इंडिया टाइम्स से बातचीत में ममता कुलकर्णी ने इन अटकलों को खारिज करते हुए इन्हें “पूरी तरह से झूठ” करार दिया था।
ममता कुलकर्णी ने कहा, “लोगों को किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में नकारात्मक बातें करने से सावधान रहना चाहिए जिसके बारे में वे बहुत कम या कुछ भी नहीं जानते हैं। उदाहरण के लिए, ममता कुलकर्णी के विक्की गोस्वामी से शादी करने की अफ़वाहें पूरी तरह से झूठ हैं - मैंने किसी से शादी नहीं की है क्योंकि मेरे पास इसके लिए कभी समय नहीं रहा।”
उन्होंने आगे कहा कि वो लोगों से ईमानदारी से अनुरोध करती हूँ कि वे उनके संबंध में ‘पति या पत्नी जैसे शीर्षकों का उपयोग करना बंद करें। उन्हें नहीं पता कि इन निराधार अफवाहों के बारे में और क्या कहना है। कुछ लोग सुझाव देते हैं कि मुझे कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए या नोटिस भेजना चाहिए, लेकिन उनका ऐसा करने का कोई इरादा नहीं है।
डेब्यू प्रोजेक्ट
ममता कुलकर्णी ने 1991 में तमिल फ़िल्म नानबर्गल से अपनी शुरुआत की। शोभा चंद्रशेखर निर्देशित इस फ़िल्म में ममता के साथ नीरज थे। दिलचस्प बात यह है कि नानबर्गल को बाद में हिंदी में मेरा दिल तेरे लिए के नाम से बनाया गया, जिसने बॉलीवुड में ममता कुलकर्णी की एंट्री का काम किया।
ममता की टॉप 5 फिल्में
1.तिरंगा
2. करण अर्जुन
कभी तुम कभी हम
आशिक आवारा
बाजी
एक दशक से ज़्यादा समय तक हिट प्रोजेक्ट देने के बाद, ममता कुलकर्णी ने 2003 में अभिनय को अलविदा कह दिया। उनकी आखिरी भूमिका बंगाली फिल्म शेष बोंगसोधर में थी। अभिजीत सेन द्वारा निर्देशित इस फिल्म में विक्टर बनर्जी, रोनित रॉय, अनुराधा रॉय, चिन्मय रॉय और रितुपर्णा सेनगुप्ता भी अहम भूमिकाओं में थे।
ममता कुलकर्णी ने अभिनय क्यों छोड़ा?
ममता कुलकर्णी ने आईएएनएस से बातचीत में अपने फैसले के बारे में खुलकर बताया। ममता कुलकर्णी ने कहा, "भारत छोड़ने की वजह आध्यात्म थी। 1996 में मेरा झुकाव आध्यात्म की ओर हुआ और उसी दौरान मेरी मुलाकात गुरु गगन गिरी महाराज से हुई। उनके आने के बाद मेरी आध्यात्म में रुचि बढ़ी और फिर मैंने तपस्या शुरू कर दी। हालांकि, मेरा मानना है कि बॉलीवुड ने मुझे नाम और शोहरत दी। इसके बाद मैंने बॉलीवुड भी छोड़ दिया। ममता कुलकर्णी ने कहा, "साल 2000 से 2012 तक मैं तपस्या करती रही। मैं कई सालों तक दुबई में रही, जहां मैं दो बेडरूम वाले फ्लैट में रही और 12 साल तक ब्रह्मचारी रही।