Success Story: UPSC इंटरव्यू देने से हुई पिता की मौत, कोरोना में की थी तैयारी, दिव्यांशु पाई 44वीं रैंक
Divyanshu Nigam Success Story: लखनऊ के रहने वाले दिव्यांशु निगम ने 44वीं रैंक हासिल करके अपने परिवार वालों का नाम रोशन का था. इंटरव्यू से पहले हो गई थी पिता की मौत.
संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं. सिविल सेवा परीक्षा को पास करना हर किसी के बस की बात नहीं है. 4 साल पहले 761 उम्मीदवारों ने सिविल सेवा परीक्षा पास की थी. इन सभी उम्मीदवारों में से एक की कहानी काफी दर्द भरी है. कई संघर्ष की कहानियां यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को प्रेरणा देती हैं. ऐसी ही एक कहानी हम आपके लिए लेकर आए है. जो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहने वाले दिव्यांशु की है.
सिविल सेवा परीक्षा को 4 साल पहले यानी 2020 में लखनऊ के रहने वाले दिव्यांशु निगम ने 44वीं रैंक हासिल की थी. उन्होंने इस परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत की थी और आईएएस अधिकारी बनने का सपना पूरा किया था. लेकिन दिव्यांशु का आईएएस अधिकारी बनने का सफर इतना आसान नहीं था, जितना सुनने में लगता है. कई ऐसे संघर्ष सामने आए कि वो अपना सपना छोड़ दें, लेकिन उनका लक्ष्य बिल्कुल भी डगमगाया नहीं. जब दिव्यांशु अपने यूपीएससी इंटरव्यू की तैयारी कर रहे थे, उसी समय उनके पिता की मौत हो गई थी. उनके पिता की मौत कोरोना महामारी के कारण हुई थी. पिता की मौत ने दिव्यांशु की तैयारी को तोड़ कर रख दिया था.
उनके पिता की मौत दिव्यांशु के लिए किसी सदमे से कम नहीं थी. लेकिन दिव्यांशु ने खुद को संभाला और एक बार फिर से तैयारी करना शुरु किया. उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. उन्होंने फिर से अपनी इंटरव्यू की तैयारी शुरू की. उन्होंने अपना इंटरव्यू बेहतरीन तरीके से दिया और परीक्षा में जीत का परचम लहराया.