मेरी जिंदगी का सिर्फ एक मिशन भारत माता, NDA का नेता बनने के बाद बोले मोदी
एनडीए की बैठक में सभी घटक दलों ने नरेंद्र मोदी को नेता चुना. इस खास मौके पर उन्होंने कहा कि 2024 का जनादेश पूरी तरफ साफ है कि आज भी लोगों को एनडीए पर ही भरोसा है.
Narendra Modi NDA Leader: तारीख सात जून, जगह- दिल्ली, एनडीए की बैठक में घटक दलों ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना. चंद्र बाबू नायडू और बिहार के सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में राजनाथ सिंह ने प्रस्ताव रखा था.नेता चुने जाने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि देश का विकास ही उनका लक्ष्य है. आज 10 साल बाद भी अगर कांग्रेस 100 सीट नहीं जीत सकी है तो उसका मतलब समझिए. देश की जनता ने उन्हें नकारा है. चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान वो एक बात कहा करते थे कि चार जून के बाद इंडी ब्लॉक में बिखराव शुरू हो जाएगा और वो हो रहा है. इंडी ब्लॉक का एक घटक अब कहने लगा है कि कांग्रेस के साथ अलाएंस यहीं तक था. अब आगे नहीं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केरल में जिस तरह से बीजेपी ने जीत दर्ज की है. तमिलनाडु में वोट शेयर बढ़ा है वो हमारे लगातार प्रयास का नतीजा है.
मोदी के भाषण के खास संदेश
- एनडीए सेवा का वटवृक्ष बन चुका है
- 10 साल काम का ट्रेलर और अब तेजी से काम
- एनडीए राष्ट्र प्रथम की भावना का समूह
- तीसरी बार कांग्रेस को 100 सीट नहीं
- देश के लिए खुद को खपाना ही मिशन है
- हम जीत की वजह से उन्माद में नहीं रहते
- अगर मिली हार तो उपहास नहीं करते
- कांग्रेस के दफ्तरों के सामने एक लाख के लिए भीड़ लगी
- झूठे वादों का यही होता है हश्र
- मध्यम वर्ग की सेवा प्राथमिकता
- ईवीएम का मुद्दा एक बार फिर विपक्ष ने उठाया
- विपक्ष, तकनीक का विरोधी है
- संस्थाओं खासतौर से चुनाव आयोग को बदनाम करने की कोशिश हुई.
भारत माता की सेवा ही मिशन
अंत में पीएम मोदी ने कहा कि उनकी जिंदगी का सिर्फ एक ही मिशन है कि भारत माता की सेवा करना. इस काम में सबको पूरी शिद्दत से जुटने की जरूरत है. इसके साथ ही कहा कि अगले दस साल में हम देश को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे. हमने इस चुनाव में पूरजोर कोशिश की और हमें जो जनादेश हासिल हुआ है उसका सम्मान करते हुए जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ना है.
आपने देखा और सुना होगा कि एक दल कह रहा है कि अब कांग्रेस के साथ आगे गठबंधन नहीं. हमारा गठबंधन यहीं तक था. वो तो पहले से ही कहा करते थे कि चार जून के बाद क्या होने वाला है. आप खुद देखिए कि गठबंधन में बिखराव शुरू हो चुका है.
आप देख सकते हैं कि किस तरह से कांग्रेस के दफ्तरों के सामने लोग पर्ची लेकर खड़े हैं. वो एक लाख मांग रहे हैं. उन्हें आश्चर्य होता है कि किस तरह से देश की जनता के साथ मजाक किया गया है.
10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को भी नहीं छू पाई।हम न हारे थे, न हारे हैं, हां, हम विजय को पचाना जानते हैं!
आंकड़ों में ये सबसे मजबूत सरकार है.ना हम हारे थे ना हारे हैं. विजय की गोद में उन्माद नहीं पैदा होता और पराजय में हम उपहास नहीं करते. चार जून के बाद विपक्षी दलों का व्यवहार बदला.
चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान विपक्ष के लोग ईवीएम को लेकर हल्ला मचाए. लेकिन अब अगले पांच साल तक ईवीएम का शोर नहीं सुनाई देगा. विपक्ष के लोग तकनीक के विरोधी हैं.
NDA सत्ता प्राप्त करने का या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है... ये Nation-First के प्रति committed एक समूह है! हम एक समूह के तौर पर काम करते हैं. इस चुनाव में तरह तरह की दिक्कते पैदा करने की कोशिश की गई. लेकिन जनता ने नकार दिया. भारत के संस्थाओं को बदनाम करने की साजिश रची गई.
तमिलनाडु में हम सीट नहीं जीत सके. लेकिन जिस तरह से वोट शेयर बढ़ा है वो काबिलेतारीफ है. केरल से तो पहली बार संसद में हमारा प्रतिनिधि आया है. जम्मू-कश्मीर में हमने बेहतर किया है. आंध्र प्रदेश में ऐतिहसिक विजय है.जनसेना के पवन कल्याण को आंधी बताया.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबको गले लगाने में कमी नहीं रखी. हम अगले 10 सालों में विकास की गाथा लिखेंगे, विकास की इस यात्रा में हम सबके साथ मिलकर चलेंगे. हमने एक नई राजनीति की नींव मजबूत की है.
हिंदुस्तान के इतने महान लोकतंत्र की ताकत देखिए कि एनडीए को आज देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाकर उनको सेवा करने का मौका दिया है।हमारा ये अलायंस सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है।
मेरा सौभाग्य है कि मुझे एनडीए के नेता के रूप में आप सभी साथियों ने सर्वसम्मति से चुनकर एक नया दायित्व दिया है। मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं।