विधानसभा उपचुनाव के नतीजों पर विपक्ष ने कसा तंज, कहा- BJP के झूठ का बुलबुला फूट गया
विधानसभा उपचुनावों में जीत पर विपक्षी नेताओं ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे भाजपा के झूठ का बुलबुला फूट गया है और लोग उनकी चालों को समझ गए हैं.
Assembly Bypoll: विपक्षी इंडिया गठबंधन के नेताओं ने हालिया विधानसभा उपचुनावों में उल्लेखनीय जीत की सराहना करते हुए बीजेपी पर तंज कसा. विपक्षी नेताओं ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे भाजपा के झूठ का बुलबुला फूट गया है और लोग उनकी चालों को समझ गए हैं.
बता दें कि विधानसभा उपचुनाव में इंडिया गठबंधन ने 13 में से 10 सीट जीती हैं. वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा को केवल दो सीटें मिलीं और एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार को मिली. इसको लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि भगवान राम ने भी भाजपा को नकार दिया है. ऐसा लगता है, जैसे भाजपा के झूठ का बुलबुला फूट गया है. लोग उनकी चालों को समझ गए हैं. लोगों ने लोकसभा चुनाव सहित हर धार्मिक स्थान पर भाजपा को हराया है. अयोध्या, सीतापुर, चित्रकूट, नासिक और रामेश्वरम से लेकर भगवान राम से जुड़े हर स्थान पर भाजपा को हार मिली है.
वहींस आरजेडी के सांसद मनोज झा ने कहा कि जिन दो सीटों पर भाजपा जीती है, उनमें से एक पर अंतर 1000 वोटों का है और दूसरी पर भी अंतर लगभग उतना ही है और वह व्यक्ति हाल ही तक कांग्रेस में था. मैं बस यही उम्मीद करता हूं कि अब से शासन समावेशी हो और जनहित के मुद्दों पर बातचीत हो. सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है, वे (भाजपा) उस पर कभी बात नहीं करते हैं.
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि लोकसभा चुनाव के ठीक बाद हमने 4-5 राज्यों में 12-13 सीटें जीती हैं, जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि भाजपा का ग्राफ गिर रहा है. अगर लोकसभा चुनाव 6-8 महीने बाद आयोजित किए जाते तो भाजपा 120 से अधिक सीटें नहीं जीत पाती. पहली बार एनडीए की पार्टियां अपने-अपने राज्यों में भाजपा से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं और भाजपा पूरी तरह से उन पर भरोसा कर रही है. भाजपा के कई अंग काम करना बंद कर चुके हैं और कई राज्यों में यह विफल हो रही है. वह जल्द ही आईसीयू में जाने वाली है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद पी चिदंबरम ने भरोसा जताया कि हवा इंडिया ब्लॉक के पक्ष में है. उपचुनावों से संकेत मिलता है कि लोगों का मूड भाजपा के खिलाफ है. कुल मिलाकर, हवा इंडिया ब्लॉक के पीछे है.
बता दें कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर, नालागढ़ और देहरा, पश्चिम बंगाल के रायगंज, राणाघाट दक्षिण, बागदा और मानिकतला, उत्तराखंड के बद्रीनाथ और मंगलौर, पंजाब के जालंधर पश्चिम, बिहार के रूपौली, तमिलनाडु के विक्रवंडी और मध्य प्रदेश के अमरवाड़ा में विधानसभा उपचुनाव हुए. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने दो सीटें (नालागढ़ और देहरा) जीतीं. जबकि भाजपा एक सीट-हमीरपुर जीतने में सफल रही. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी ने सभी चार सीटों पर कब्जा किया. उत्तराखंड में कांग्रेस ने दोनों सीटें जीतीं. पंजाब में आम आदमी पार्टी ने एकमात्र सीट हासिल की. तमिलनाडु में डीएमके ने एकमात्र सीट जीती. मध्य प्रदेश में भाजपा ने एकमात्र सीट जीती. जबकि बिहार में निर्दलीय उम्मीदवार ने एकमात्र सीट जीती.