फेयरवेल स्पीच में भावुक हुए CJI चंद्रचूड, कहा- 'किसी को ठेस पहुंची तो माफ कर दें'
अफने फेयरवेल स्पीच में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड ने कहा कि यह कोर्ट ही है, जो मुझे आगे बढ़ने में मदद करता है. हम ऐसे लोगों से मिलते हैं, जिन्हें हम नहीं जानते. मैं आप सभी का धन्यवाद करता हूं.
CJI DY Chandrachud Farewell Speech: भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड का शुक्रवार को 'लास्ट वर्किंग डे' था. हालांकि, उनका कार्यकाल 10 नवंबर को समाप्त हो रहा है. लेकिन 9 और 10 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट की छुट्टी होने के कारण उनका आखिरी कार्य दिवस आज रहा. इस दौरान सीजेआई भावुक नजर आए और उन्होंने ‘किसी को ठेस पहुंचाने’ की स्थिति में ‘माफी’ मांगी.
अफने फेयरवेल स्पीच में सीजेआई ने कहा कि यह कोर्ट ही है, जो मुझे आगे बढ़ने में मदद करता है. हम ऐसे लोगों से मिलते हैं, जिन्हें हम संभवतः नहीं जानते. मैं आप सभी का और आप में से हर एक का धन्यवाद करता हूं. अगर मैंने कभी कोर्ट में किसी को ठेस पहुंचाई है तो मैं चाहूंगा कि आप मुझे माफ कर दें. इतनी बड़ी संख्या में आने के लिए आपका धन्यवाद.
बता दें कि निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश की जगह जस्टिस संजीव खन्ना लेंगे. सीजेआई चंद्रचूड़ ने दो साल पहले नवंबर में देश के 50वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला था. उन्होंने कहा कि वह औपचारिक पीठ के सूचीबद्ध होने से पहले ‘जितने मामले हो सके, उतने सुनना चाहते थे’. जब कल मेरे कोर्ट के कर्मचारियों ने मुझसे पूछा कि औपचारिक पीठ किस समय सूचीबद्ध होगी तो मैंने कहा कि मैं जितने मामले कर सकता हूं, करूंगा. मैं न्याय करने का अवसर अंतिम समय तक नहीं खोना चाहता.
डीवाई चंद्रचूड को मई 2016 में सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. उन्होंने उल्लेख किया कि वे 'विनम्र' महसूस कर रहे थे कि उनके अंतिम संबोधन के लिए इतने सारे लोग उपस्थित हैं. उन्होंने कहा कि कल रात, मैं सोच रहा था कि दोपहर 2 बजे कोर्ट खाली हो जाएगा और मैं स्क्रीन पर खुद को देख रहा होऊंगा. मैं आप सभी की उपस्थिति से विनम्र हूं. हम यहां तीर्थयात्री के रूप में हैं, थोड़े समय के लिए पक्षी हैं, अपना काम करते हैं और चले जाते हैं. अपने उत्तराधिकारी जस्टिस खन्ना को लेकर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि वह बहुत स्थिर, ठोस और प्रतिष्ठित है.