लोकसभा में कांग्रेस को फायदा लेकिन राज्यसभा में उठाना पड़ेगा घाटा, जानें कैसे
लोकसभा में कांग्रेस की सीट संख्या में इजाफा हुआ है. लेकिन उसे राज्सभा में नुकसान उठाना पड़ेगा. अब इसके पीछे की वजह को समझने की कोशिश करेंगे.
Congress Seats In RajyaSabha: आम चुनाव 2024 के नतीजों में अब कांग्रेस की संख्या 100 के पार है. हालांकि उनकी अपनी संख्या 99 की थी. बीजेपी वैसे तो एनडीए की सरकार बनाने में तीसरी दफा कामयाब हो चुकी है. लेकिन अपने बलबूते 272 के जादुई आंकड़े को नहीं छू सकी. लेकिन इन सबके बीच राज्यसभा में कांग्रेस को नुकसान और बीजेपी को फायदा होने वाला है, आप भी चौंक सकते हैं कि कांग्रेस की सीट संख्या में इजाफा होने के बाद भी उसे राज्यसभा में फायदा क्यों नहीं मिलेगा. इस समय राज्यसभा के 10 ऐसे सांसद हैं जो लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं. इनमें से सात बीजेपी, दो कांग्रेस और एक सांसद आरजेडी का है. जाहिर सी बात है कि ये लोग किसी एक ही सदन के सदस्य रह सकते हैं. लिहाजा कांग्रेस और आरजेडी के सामने अपने सांसदों को बचाने की चुनौती है.
राज्यसभा में एनडीए बहुमत के करीब
राज्यसभा में बीजेपी के पास कुल 90 सांसद और सहयोगी दलों के सदस्यों की संख्या 11 है. इसके अलावा बीजेपी को सात नॉमिनेटेड और 3 निर्दलियों का समर्थन भी हासिल है. अब जब उप चुनाव के नतीजे आएंगे तो एनडीए के सदस्य संख्या में बढ़ोतरी होगी.बीजेपी के पीयूष गोयल, माधवराव सिंधिया, कामाख्या प्रसाद तासा, बिप्लब देब, उदयन राजे भोसले, विवेक ठाकुर राज्यसभा के सदस्य रहे हैं लेकिन अब ये लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं, इसी तरह कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा और के सी वेणुगोपाल के साथ आरजेडी की मीसा भारती चुनाव जीतने में कामयाब रही हैं. अब कांग्रेस और आरजेडी के सामने मुश्किल क्या है.
कांग्रेस की सीट क्यों घटेगी
दरअसल उपचुनाव में देखा गया है कि जिस दल की सरकार होती है उसका कैंडिडेट आसानी से इलेक्शन जीत जाता है, अगर कांग्रेस और आरजेडी की बात करें तो उनके राज्यों में विपक्ष की सरकार है, मसललन के सी वेणुगोपाल के केरल में लेफ्ट की, दीपेंद्र हुड्डा के हरियाणा में बीजेपी और मीसा भारती के बिहार में एनडीए की सरकार है. जबकि बीजेपी के साथ ऐसी स्थिति नहीं है. अगर राज्यसभा के लिए चुनाव होगा तो बीजेपी के पास पर्याप्त संख्या बल है जिसकी मदद से वो अपने उम्मीदवारों को जीता सकते हैं. लेकिन कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या पर्याप्त नहीं है. बता दें कि विधायक भी राज्यसभा सांसदों के चुनाव में हिस्सा लेते हैं. कुल मिलाजुला कर आप यह कह सकते हैं कि राज्यसभा सांसदों को टिकट और उन्हें लोकसभा में मिली जीत का नुकसान कांग्रेस को हो रहा है.