कांग्रेस ने महाराष्ट्र चुनाव नतीजों पर उठाए सवाल, इलेक्शन कमीशन से कही ये बात

कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन के प्रति सहानुभूति रखने वाले मतदाताओं की संख्या को कम करने के लिए एक व्यवस्थित प्रयास का आरोप लगाया.

Update: 2024-11-29 12:35 GMT

Maharashtra election result: कांग्रेस ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में हुए चुनावों पर शक जाहिर करते हुए कहा कि नतीजों में कुछ गंभीर विसंगतियां हैं. इसको लेकर पार्टी ने चुनाव आयोग को एक 12 पन्नों का ज्ञापन भी सौंपा. इसमें पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी द्वारा मतदाता आंकड़ों के बारे में उठाए गए संदेहों का उल्लेख किया गया और चिंता के दो बिंदु उठाए गए.

बड़े पैमाने पर नाम हटाना

कांग्रेस ने कहा कि पहला कारण मनमाने ढंग से मतदाताओं के नाम हटाना और उसके बाद हर निर्वाचन क्षेत्र में 10,000 से अधिक मतदाताओं को जोड़ना" था. वहीं, दूसरा कारण "मतदान प्रतिशत में अस्पष्टीकृत वृद्धि" था. इसमें कहा गया है कि इसकी वजह से जुलाई और नवंबर 2024 के बीच मतदाता सूची में लगभग 47 लाख मतदाताओं के जुड़ने की अभूतपूर्व वृद्धि हुई. कांग्रेस ने कहा कि यह ध्यान देने योग्य बात है कि जिन 50 विधानसभा सीटों पर मतदाताओं की संख्या में औसतन 50,000 की वृद्धि हुई, उनमें से सत्तारूढ़ सरकार और उसके सहयोगियों ने 47 सीटों पर जीत हासिल की.

जांच करे चुनाव आयोग

कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन के प्रति सहानुभूति रखने वाले मतदाताओं की संख्या को कम करने के लिए एक व्यवस्थित प्रयास का आरोप लगाया है, जो भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन से बहुत बड़ी हार का सामना कर रहे हैं. पार्टी ने चुनाव आयोग से अपनी शिकायतों की गहन जांच करने का आग्रह किया. कांग्रेस ने कहा कि तुलजापुर सीट पर अवैध वोट डालने के लिए अलग-अलग फोटो और नाम वाले लोगों ने फर्जी आधार कार्ड बनाए. कांग्रेस ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग के अनुसार, शाम पांच बजे औसत मतदान 58.22 प्रतिशत था. लेकिन रात 11.30 बजे तक यह बढ़कर 65.02 प्रतिशत हो गया.

कांग्रेस ने कहा कि इसके अलावा मतदान प्रतिशत में एक बार फिर वृद्धि हुई, जो आखिकार मतगणना से कई घंटे पहले 66.05 प्रतिशत बताई गई. सामान्य ज्ञान के दृष्टिकोण से मतदान के अंतिम घंटे में 70 लाख से अधिक वोट डाले जाना अविश्वसनीय और चुनावी इतिहास में अनसुना है.

चुनाव प्रक्रिया पर संदेह

उन्होंने कहा कि यहां तक कि यह भी मान लिया जाए कि एक व्यक्ति को वोट डालने में दो मिनट का समय लगता है तो चुनाव आयोग के लिए रात 11.30 बजे तक अंतिम आंकड़े पेश करना असंभव है. क्योंकि मतदान के अंतिम घंटे में 76 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके होते हैं. कांग्रेस के पत्र के अंत में कहा गया है कि ये विसंगतियां महाराष्ट्र में चुनाव संचालन के तरीके पर कई सवाल उठाती हैं.

कांग्रेस ने हरियाणा में पहले हुए विधानसभा चुनावों पर भी इसी तरह की चिंता जताई थी, जहां एग्जिट पोल में कांग्रेस की आसान जीत की भविष्यवाणी के बावजूद पार्टी भाजपा से हार गई थी. चुनाव आयोग ने तब आलोचना को "निराधार" बताकर खारिज कर दिया था और राजनीतिक दलों से कहा था कि वे "निराधार और सनसनीखेज शिकायतें" न करें.

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