IPL से पहले अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी पर बड़ा एक्शन, 700 फर्म निशाने पर

DG Goods and Services Tax Intelligence ने IPL शुरू होने से पहले बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। ऑनलाइन गेमिंग से सट्टेबाजी कराने वालों के 2000 बैंक अकाउंट जब्त किए गए हैं।;

Update: 2025-03-22 05:01 GMT
IPL से पहले अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी पर बड़ा एक्शन, 700 फर्म निशाने पर
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इंडियन प्रीमियर लीग IPL आज धूमधड़ाके के साथ शुरू हो रहा है। लेकिन उससे पहले डायरेक्टर जनरल ऑफ गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स इंटेलीजेंस (DGGI) ने अपनी एक बड़ी कार्रवाई से हलचल मचा दी है। DGGI, जीएसटी की खुफिया सूचनायें जुटाने वाली और उनकी जांच करने वाली विंग है।

निशाने पर कौन-कौन?

कार्रवाई ऑनलाइन मनी गेमिंग और सट्टेबाजी करवाने वालों के खिलाफ हुई है। DDGI ऐसी 700 फर्मों की जांच कर रहा है। जोकि ऑनलाइन मनी गेमिंग, सट्टेबाजी, जुए में  शामिल हैं।

ऐसी 357 वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया गया है और 2000 बैंक अकाउंट फिलहाल अटैच किए गए हैं। अन्य 392 अकाउंट जोकि UPI से कनेक्ट हैं, ये उन फर्मों के पाए गए हैं जोकि इस अवैध धंधे में शामिल हैं।

ऐसी फर्मों के 122 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए गए हैं। मतलब वो अपने बैंक खातों से पैसा नहीं निकाल सकते।

ऑनलाइन सट्टेबाजी के अड्डे

इस मामले में DGGI ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जांच से पता चला है कि ये लोग सतगुरु ऑनलाइन मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म, महाकाल ऑनलाइन मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म, ABHI247 ऑनलाइन मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से भारतीय ग्राहकों को ऑनलाइन मनी गेमिंग की सुविधा दे रहे हैं और भारतीय ग्राहकों से पैसे जुटाने के लिए ऐसे बैंक खातों का इस्तेमाल कर रहे हैं जिनका कि इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों के लिए किया जाता है।

कार्रवाई के पीछे क्या है?

ये एक्शन इसलिए हो रहा है क्योंकि ये फर्में विदेशों में पंजीकृत हैं और भारत के कानूनों का उल्लंघन करते हुए ऐप के जरिये ऑनलाइन सट्टेबाजी में सक्रिय हैं। ये 28% टैक्स के दायरे में आता है लेकिन ऑनलाइन मनी गेमिंग वाले ऑपरेटर GST में पंजीकृत ही नहीं हैं। 

ऑनलाइन मनी गेमिंग उद्योग में घरेलू और विदेशी दोनों ऑपरेटर शामिल हैं। जीएसटी कानून के तहत, 'ऑनलाइन मनी गेमिंग' GST के तहत आता है और इस क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं को जीएसटी के तहत पंजीकरण कराना आवश्यक है।

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