पहलगाम के गुनहगारों को मिले सजा, विदेश मंत्री ने अमेरिका से की खुलकर बात

भारत-पाक तनाव के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री ने भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशकंर से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पहलगाम के जो गुनहगार हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए।;

Update: 2025-05-01 05:37 GMT
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष मॉर्को रुबियो से कहा कि पहलगाम के पीड़ितों को न्याय और दोषियों को सजा मिले। (फाइल फोटो)

Pahalgam Attack Update News:  भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत में पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा उठाया और हमले के गुनहगारों, उनके मददगारों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाने की मांग की।“कल अमेरिकी विदेश मंत्री मॉर्को रुबियो से पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की। इसके अपराधियों, समर्थकों और योजनाकारों को न्याय के दायरे में लाना जरूरी है।”

अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने बातचीत के दौरान पहलगाम में हुए “भीषण आतंकी हमले” में मारे गए 26 नागरिकों के प्रति संवेदना जताई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि रुबियो ने भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की प्रतिबद्धता दोहराई, साथ ही भारत को पाकिस्तान के साथ मिलकर तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति बहाल करने के लिए प्रेरित किया।

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ उठाए कई कड़े कदम

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई निर्णायक कदम उठाए हैं।1960 की सिंधु जल संधि को फिलहाल निलंबित कर दिया गया है।अटारी पर एकीकृत जांच चौकी (ICP) बंद कर दी गई है।पाकिस्तान स्थित उच्चायोग में स्टाफ की संख्या कम कर दी गई है।इसके साथ ही कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक में हमले के सीमापार संबंधों पर चर्चा की गई और इसे जम्मू-कश्मीर में हालिया सफल चुनावों के बाद की साज़िश बताया गया।

भारत सरकार ने सशस्त्र बलों को पूर्ण अभियान की  स्वतंत्रता दे दी है ताकि वह पहलगाम आतंकी हमले का उचित जवाब दे सकें।इन सबके बीच 30 अप्रैल से 1 मई की रात को पाकिस्तान सेना ने कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टरों में बिना उकसावे के गोलीबारी की, जो कि लगातार सातवीं रात ऐसा हुआ।इसके जवाब में भारतीय सेना ने समान रूप से जवाबी कार्रवाई की। इससे पहले, 26-27 अप्रैल की रात को भी भारतीय सेना ने तुतमारी गली और रामपुर सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया था।

पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिए हैं।खुफिया एजेंसियों और सेना को आशंका है कि हमले की योजना सीमा पार से बनाई गई थी। इस बीच भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ समर्थन जुटाने की रणनीति पर भी काम शुरू कर दिया है।पहलगाम आतंकी हमला भारत की सुरक्षा नीति और पड़ोसी देश के साथ संबंधों के लिहाज़ से एक नया मोड़ साबित हो रहा है। भारत जहां अमेरिका और अन्य देशों से राजनयिक समर्थन जुटा रहा है, वहीं सेना को खुली छूट देकर पाकिस्तान को सख्त संदेश भी दे रहा है।

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