फ्रॉड कॉल्स करने वालों की अब खैर नहीं, इस तरह कर सकेंगे पहचान

फर्जी कॉल्स पर नकेल कसने के लिए दूर संचार विभाग ने कुछ खास पहल की है. अगर कोई कॉल आप रिसीव करते हैं तो आसानी से समझ जाएंगे कि वो नकली या असली है.

By :  Lalit Rai
Update: 2024-05-30 08:22 GMT
नकली कॉल्स पर नकेल कसने की तैयारी

Fraud Calls:  इस समय फ्रॉड कॉल्स की समस्या बढ़ गई है.आमतौर पर कहा जाता है कि गांव-देहात के लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं. लेकिन अब यह सिर्फ कहने की बात हो गई है. आपने हाल ही में पढ़ा होगा कि डिजिटल अरेस्ट के जरिए पढ़े लिखे लोग ही शिकार हुए हैं. लेकिन अब इस पर लगाम लगाने की व्यवस्था की जा रही है.इसके लिए केंद्र सरकार ने 10 डिजिट नंबर सीरीज के लिए प्रीफिक्स जारी किया है. जिसके जरिए सही और फ्रॉड कॉल्स की पहचान हो सकेगी. 

सरकार से जुड़ी कॉल की पहचान कैसे करें?

'160' प्रीफिक्स के इस्तेमाल का मतलब है कि '160' से शुरू होने वाले फोन नंबर से आने वाली कॉल आधिकारिक नंबर हैं. उदाहरण के लिए अगर उपयोगकर्ताओं को सरकारी अधिकारी होने का दावा करने वाले किसी व्यक्ति से कोई इनकमिंग कॉल आती है, लेकिन कॉल करने के लिए उनके द्वारा इस्तेमाल किया गया फोन नंबर '160' से शुरू नहीं होता है. तो वो एक धोखेबाज है जो सरकारी अधिकारी के रूप में दिखावा कर रहा है.

स्थान का पता लगाना, कॉल करने वाले की पहचान

DoT के इस कदम का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को यह जानने में मदद करना भी है कि उन्हें कौन और कहाँ से कॉल कर रहा है, इसके लिए क्षेत्र कोड और दूरसंचार ऑपरेटर को दृश्यमान बनाना है. यह 160-उपसर्ग वाले नंबरों के नए सेट को एक निर्दिष्ट प्रारूप में प्रस्तुत करके किया जाएगा।फ़ोन नंबरों का नया सेट उपयोगकर्ताओं को उनके मोबाइल स्क्रीन पर '1600ABCXXX' प्रारूप में दिखाई देगा. यहां AB दूरसंचार सर्किल का कोड दिखाएगा जैसे कि दिल्ली के लिए 11 मुंबई के लिए 22 इसके अलावा 'C' का मतलब दूरसंचार ऑपरेटर का कोड दिखाना है. XXX, 000-999 के बीच के अंक होंगे. स्पष्ट रूप से इस फोन नंबर श्रृंखला प्रारूप से आने वाली कॉल का उपयोग सरकार और विनियामकों द्वारा किया जाएगा.

वित्तीय संगठनों द्वारा की गई कॉल की पहचान

भारतीय रिज़र्व बैंक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी), PFRDA (पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण) और बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDA) द्वारा विनियमित वित्तीय संस्थाओं के लिए, '160' उपसर्गों के साथ एक समान फोन नंबर प्रारूप का उपयोग किया जाएगा. हालांकि उसमें थोड़ा बदलाव रहेगा.10 अंकों की संख्या '1601ABCXXX' प्रारूप में ही जारी की जाएगी.  सरकारी-संबंधित कॉल से केवल चौथे स्थान पर '0' के बजाय '1' अंक के स्थान पर अलग होगी. 

दूरसंचार सेवा प्रदाता नंबर आवंटित करेगा

आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि टीएसपी (दूरसंचार सेवा प्रदाता) 160 सीरीज से नंबर आवंटित करने से पहले प्रत्येक इकाई का पर्याप्त सत्यापन सुनिश्चित करेगा. टीएसपी को इच्छुक इकाई से एक वचन लेना होगा कि वह 160 सीरीज से आवंटित नंबर का उपयोग केवल टीसीसीसीपीआर 2018 के अनुसार सेवा और लेनदेन संबंधी वॉयस कॉल के लिए करेगा. ट्राई के अनुसार फरवरी 2024 तक भारत में कुल 1.19 बिलियन दूरसंचार ग्राहक हैं. रिलायंस जियो इन्फोकॉम भारत में शीर्ष सेवा प्रदाता है जिसकी सभी ग्राहकों में 52.2 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

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