Hindenburg Report: हिंडनबर्ग के आरोपों पर बोले खड़गे, JPC से कराई जाए इस 'बड़े घोटाले' की जांच
हिंडनबर्ग के आरोपों पर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस बड़े घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच जरूरी है.
Mallikarjun Kharge on Hindenburg Research Report: अडानी समूह ने अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के सेबी अध्यक्ष माधबी बुच के खिलाफ आरोपों को 'दुर्भावनापूर्ण' बताते हुए जवाब दिया. वहीं, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस बड़े घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच जरूरी है. खड़गे ने आरोप लगाया कि जब तक जेपीसी जांच इस मुद्दे की जांच नहीं करती, तब तक यह चिंता बनी रहेगी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सहयोगी को बचाते रहेंगे और सात दशकों में कड़ी मेहनत से बनाई गई भारत की संवैधानिक संस्थाओं के साथ समझौता करेंगे.
हितों का नहीं टकराव
कांग्रेस ने कहा कि सरकार को अडानी समूह की नियामक की जांच में सभी हितों के टकराव को समाप्त करने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की अपनी मांग दोहराई. एक्स पर एक पोस्ट में खड़गे ने कहा कि जनवरी 2023 की हिंडनबर्ग रिपोर्ट के खुलासे के बाद सेबी ने पहले पीएम मोदी के करीबी सहयोगी अडानी को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष क्लीन चिट दे दी थी. हालांकि, सेबी प्रमुख से जुड़े एक लेन-देन के संबंध में नए आरोप सामने आए हैं.
उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग के छोटे और मध्यम निवेशक जो अपनी मेहनत की कमाई शेयर बाजार में लगाते हैं, उन्हें संरक्षण दिए जाने की जरूरत है. क्योंकि उनका सेबी पर विश्वास है. खड़गे ने कहा कि इस बड़े घोटाले की जांच के लिए जेपीसी जांच जरूरी है.
हिंडनबर्ग का आरोप
हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार को बाजार नियामक सेबी की अध्यक्ष माधबी बुच के खिलाफ कड़ा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि उनके और उनके पति के पास अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी.
हिंडनबर्ग ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि अडानी पर अपनी निंदनीय रिपोर्ट के 18 महीने बाद सेबी ने अडानी के मॉरीशस और अपतटीय शेल संस्थाओं के कथित अघोषित जाल में आश्चर्यजनक रूप से रुचि नहीं दिखाई है. सेबी अध्यक्ष बुच और उनके पति ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए इनकार किया है और कहा है कि उनका वित्त एक खुली किताब है. वहीं, अडानी समूह ने रविवार को हिंडनबर्ग रिसर्च के नवीनतम आरोपों को चुनिंदा सार्वजनिक सूचनाओं में हेरफेर करार देते हुए कहा कि उसका सेबी अध्यक्ष या उनके पति के साथ कोई व्यावसायिक संबंध नहीं है.