भारत-पाक के बीच घटा तनाव, अटारी-वाघा समेत 3 बार्डर पर फिर शुरू हो रही बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी
1959 से चली आ रही ये परंपरा के तहत जिसमें दोनों देशों के जवान खास तरीके से मार्च करते हैं और झंडे को सूरज ढलने से पहले सम्मान के साथ नीचे उतारते हैं.;
India-Pakistan Beating Retreat Ceremony: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान, तनाव के घटने के बाद फिर से दोनों ही देशों के बार्डर पर बंद कर दी गई बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी (Beating Retreat ceremony) दोबारा आज से शुरू होने जा रही है. बार्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी बीएसएफ मंगलवार 20 मई 2025 से पंजाब में भारत पाकिस्तान के तीनों ही बार्डर अटारी-वाघा, हुसैनीवाला और फाजिल्का बार्डर में बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू करने जा रहा है.
भारत पाकिस्तान के बीच 10 मई 2025 को सीजफायर की घोषणा की गई थी. और 10 दिनों के बाद फिर से बीएसएफ - पाकिस्तान रेंजर्स के बीच बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू करने को लेकर सहमति बन गई है. आज 20 मई को अटारी-वाघा, हुसैनीवाला और फाजिल्का बार्डर में बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में केवल मीडिया के लोगों को जाने की इजाजत होगी. आम जनता के लिए इस सेरेमनी को 21 मई 2025 से खोला जाएगा. शाम 6 बजे से बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू की जाएगी.
इस बार दोनों देशों के बीच तनाव के कम होने के बाद शुरू हो रहे बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में सीमा पर तैनात जवानों आपस में हाथ नहीं मिलायेंगे और ना ही दोनों देशों के बीच बार्डर पर गेट को खोला जाएगा. बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शाम 6 बजे अमृतसर में अटारी - वाघा बॉर्डर पर, फिरोजपुर में हुसैनीवाला बॉर्डर पर और फाजिल्का में सदकी बॉर्डर पर आयोजित किया जाएगा. अटारी-वाघा बॉर्डर अमृतसर से करीब 30 किलोमीटर और पाकिस्तान के लाहौर से 22 किलोमीटर दूर है. इस बार्डर पर बनी गैलरी में करीब 25000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है.
आपको बता दें हर दिन भारी भरकम संख्या में लोग बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को देखने आते हैं जिसमें झंडा उतारने की शानदार परंपरा को देखते हैं. 1959 से चली आ रही ये परंपरा के तहत जिसमें दोनों देशों के जवान खास तरीके से मार्च करते हैं और झंडे को सूरज ढलने से पहले सम्मान के साथ नीचे उतारते हैं.