पंजाब और हरियाणा से उतरने लगा मॉनसून; बांधों में जलस्तर अब भी ऊँचा

मौसम विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि इस साल 1 जून से 16 सितम्बर की सुबह तक पंजाब में 618.0 मिमी (LPA: 413.3 मिमी) बारिश हुई जोकि 50% ज्यादा रही।;

Update: 2025-09-16 14:47 GMT
पंजाब में इस मॉनसून में पचास फीसदी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई

उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश के पूर्वानुमान के बीच मंगलवार को दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने पंजाब और हरियाणा से वापसी शुरू कर दी।

बारिशें पंजाब के दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों, फाजिल्का, मुक्तसर और बठिंडा जिलों तथा हरियाणा के साथ लगते सिरसा जिले से पीछे हट गई हैं। 16 सितम्बर को भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, “दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की रेखा अब बठिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, अजमेर, दीसा और भुज से होकर गुजर रही है।” उम्मीद है कि 25 सितम्बर तक मॉनसून पूरी तरह पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से विदा हो जाएगा।

देश में इस साल मॉनसून की वापसी 14-15 सितम्बर को शुरू हुई थी, जो पश्चिमी राजस्थान के हिस्सों को प्रभावित कर रही थी। यही क्षेत्र हर साल मॉनसून की शुरुआत और अंत में सबसे अंत में कवर होते हैं। इस साल देशभर में बारिश दीर्घकालिक औसत (LPA) से 7 प्रतिशत ज्यादा रही। वहीं, इस क्षेत्र में बारिश सामान्य से कहीं अधिक रही, जिससे बड़े बांधों में अभूतपूर्व पानी की आमद हुई और कई निचले इलाकों में भारी बाढ़ आई।

बारिश का आंकड़ा

(1 जून से 16 सितम्बर की सुबह तक, IMD के अनुसार)

पंजाब:  618.0 मिमी (LPA: 413.3 मिमी) → 50% ज्यादा

हरियाणा: 565.1 मिमी (LPA: 405.7 मिमी) → 39% ज्यादा

हिमाचल प्रदेश: 1,010.9 मिमी (LPA: 692.1 मिमी) → 46% ज्यादा

बांधों में ज्यादा पानी

बारिश जारी रहने के कारण बांधों में पानी का स्तर भी ऊँचा बना हुआ है।

पोंग बांध (ब्यास नदी, हिमाचल) में जलस्तर 1,393.50 फीट है जोकि अधिकतम अनुमत सीमा 1,390 फीट से 3.5 फीट ऊपर है। इस डैम का इनफ्लो 1,30,344 क्यूसेक और आउटफ्लो 55,020 क्यूसेक है। पिछले 10 वर्षों में सितम्बर महीने का औसत आउटफ्लो 9,622 – 14,852 क्यूसेक रहा है।

भाखड़ा बांध (सतलुज नदी, हिमाचल) का जलस्तर 1,676.14 फीट है जोकि अधिकतम सीमा 1,680 फीट से लगभग 4 फीट नीचे है।

इस डैम का इनफ्लो: 87,337 क्यूसेक और आउटफ्लो 50,000 क्यूसेक है। पिछले 10 वर्षों में सितम्बर का औसत आउटफ्लो 16,781 – 32,351 क्यूसेक के बीच था।

IMD के अनुसार, बीते 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश में मॉनसून गतिविधि “सक्रिय” रही। ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई। राज्य में 22 सितम्बर तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है।

पंजाब और हरियाणा में मॉनसून गतिविधि “कमज़ोर” रही।

पंजाब के पठानकोट और कपूरथला जिलों में कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश, रोपड़ में भारी बारिश और हरियाणा के कुछ अलग-थलग स्थानों पर हल्की बारिश हुई।

IMD ने कहा है कि अगले 2-3 दिनों में मॉनसून पंजाब और हरियाणा के और हिस्सों से पीछे हटेगा। हालांकि, 19 सितम्बर तक इन राज्यों के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश होने की संभावना भी जताई गई है।

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