दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट में संदिग्ध विस्फोटक ‘मदर ऑफ सैटन’ क्या है?
जांचकर्ताओं को संदेह है कि दिल्ली ब्लास्ट में ‘मदर ऑफ सैटन’ के नाम से कुख्यात अत्यंत अस्थिर विस्फोटक TATP का इस्तेमाल हुआ है। जानिए यह किस तरह का मिश्रण है और यह क्यों खतरनाक है।
लाल किला धमाके के आरोपियों पर शक है कि उन्होंने ‘मदर ऑफ सैटन’ नामक अत्यंत अस्थिर विस्फोटक का इस्तेमाल किया। यह विस्फोटक, ट्राईएसिटोन ट्राइपेरऑक्साइड (TATP), अपराधियों और आतंकी मॉड्यूल द्वारा दुनिया भर में होने वाले हमलों में बार-बार इस्तेमाल होने की वजह से यह भयावह नाम पा चुका है।
2017 बार्सिलोना हमला, 2015 पेरिस हमला, 2017 मैनचेस्टर बम धमाका और 2016 ब्रसेल्स बम धमाकों के बाद TATP के अंश पाए गए थे।
क्यों खतरनाक है ‘मदर ऑफ सैटन’?
‘मदर ऑफ सैटन’ या TATP सिर्फ गर्मी से भी फट सकता है, और अमोनियम नाइट्रेट जैसे अन्य विस्फोटकों के विपरीत इसे सक्रिय करने के लिए डेटोनेटर की आवश्यकता नहीं होती।
TATP एक अत्यंत संवेदनशील पदार्थ है, जो घर्षण, दबाव या वातावरण में ज़रा-सा भी बदलाव होने पर विस्फोट कर सकता है।
शुरुआत में जांचकर्ताओं को शक था कि 10 नवंबर को लाल किले के पास खड़ी i20 कार में हुए धमाके में अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग हुआ था, जिसमें 13 लोग मारे गए और कई घायल हुए। कार चला रहा था डॉक्टर उमर मोहम्मद।
क्या उमर को ‘मदर ऑफ सैटन’ की अस्थिरता का पता था?
पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि भीड़भाड़ वाले इलाके—पुरानी दिल्ली के सबसे व्यस्त हिस्सों में से एक—चांदनी चौक के पास प्रवेश करने से पहले उमर को इस विस्फोटक की अस्थिर प्रकृति का पता था या नहीं।
क्या लाल किला ब्लास्ट में ‘मदर ऑफ सैटन’ का इस्तेमाल हुआ?
NDTV की एक रिपोर्ट के अनुसार, धमाके वाली जगह पर हुए नुकसान के पैटर्न TATP से मेल खाते हैं, जो शक्तिशाली शॉकवेव पैदा करने के लिए जाना जाता है।
फोरेंसिक टीमें अब विस्फोट के अवशेषों की जांच कर रही हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि विस्फोटक को गर्म किया गया था या वह कार के भीतर ही अस्थिर होकर फट गया।
वे इस संभावना की भी जांच कर रहे हैं कि क्या इसे कहीं और किसी बड़े हमले में इस्तेमाल के लिए ले जाया जा रहा था और रास्ते में ही यह गलती से फट गया।
यह आया कहां से?
जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उमर को ‘मदर ऑफ सैटन’ बनाने के लिए आवश्यक रसायन कहाँ से मिले, क्योंकि इसे तैयार करने के लिए कई अवयवों की ज़रूरत होती है।
वे यह भी जांच रहे हैं कि क्या उसके पास कोई व्यापक नेटवर्क था या विस्फोटक तैयार करने में कुछ और लोग शामिल थे। पुलिस डिजिटल ट्रेल्स और मूवमेंट लॉग की जांच कर रही है ताकि धमाके से पहले उमर की गतिविधियों की स्पष्ट तस्वीर मिल सके।