अटल जयंती पर पीएम मोदी का संदेश, पद नहीं आचरण से बनती है महानता
अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर पीएम मोदी ने श्रद्धांजलि दी। लखनऊ में ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का उद्घाटन कर तीन राष्ट्रनिर्माताओं को नमन है।
Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज 101वीं जयंती है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके विचारों व जीवन मूल्यों को याद किया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक विशेष पोस्ट साझा करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने जीवन से यह सिद्ध किया कि श्रेष्ठता पद से नहीं, बल्कि आचरण से स्थापित होती है और वही समाज को सही दिशा देती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा कि अटल जी की जन्म-जयंती हम सभी के लिए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का विशेष अवसर है। उनका शालीन व्यक्तित्व, वैचारिक दृढ़ता और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने का संकल्प भारतीय राजनीति के लिए एक आदर्श मानक है। उन्होंने अपने पूरे सार्वजनिक जीवन में यह साबित किया कि नेतृत्व केवल सत्ता से नहीं, बल्कि चरित्र और आचरण से पहचाना जाता है।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर एक सुभाषित भी साझा किया, जो अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन दर्शन को परिभाषित करता है—
“यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जनः।
स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते॥”
अर्थात, श्रेष्ठ व्यक्ति जैसा आचरण करता है, सामान्य जन भी उसी का अनुसरण करते हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का उद्घाटन करेंगे। इस स्थल पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ-साथ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की भव्य कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं।
‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ में एक आधुनिक संग्रहालय भी बनाया गया है, जहां इन तीनों राष्ट्रनिर्माता नेताओं के जीवन, विचारों और देश के विकास में उनके योगदान को प्रदर्शित किया गया है। यह स्थल आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रसेवा, विचारधारा और मूल्यों की प्रेरणा देने का केंद्र बनेगा।