'कोई मुझे गाली दे रहा है तो ठीक है लेकिन'... फिर पीएम मोदी ने सुनाया चुटकुला
PM Modi: पीएम मोदी ने कहा कि कुछ बच्चे मुझसे पूछते हैं कि जब आपको इतनी गाली दी जाती है तो आपको कैसा लगता है?;
PM Modi podcast: पीएम मोदी ने पहली बार अपना पोडकास्ट जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ के साथ शूट किया. इस दौरान पीएम मोदी ने बच्चों द्वारा पूछे जाने वाले सवालों और सोशल लाइफ में आने वाली चुनौतियों पर खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि बच्चे अक्सर उनसे पूछते हैं कि उन्हें खुद को टीवी पर देखकर कैसा लगता है और जब आपको दिन रात लोगों से गालियां सुनने को मिलती हैं तब आपको कैसा महसूस होता है. इस पर पीएम मोदी (PM Modi) ने एक चुटकुला सुनाया.
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि कुछ बच्चे मुझसे पूछते हैं कि जब आपको इतनी गाली दी जाती है तो आपको कैसा लगता है? मैं उन्हें एक अहमदाबादी का चुटकुला सुनाता हूं. जो गाली दिए जाने के बाद भी शांत रहता था. उन्होंने चुटकुला सुनाते हुए कहा कि एक बार, एक अहमदाबादी की अपने स्कूटर से किसी के साथ टक्कर हो जाती है. दूसरा इंसान गुस्से में गाली देना शुरू कर देता है. जबकि, अहमदाबादी अपने स्कूटर के साथ शांत खड़ा रहता है और दूसरे इंसान की गाली सुनते रहता है. इस पर एक तीसरा इंसान पूछता है कि वह इतनी गाली दे रहा है और आप ऐसे ही खड़े हैं. इस पर अहमदाबादी कहता है कि वह सिर्फ गाली दे रहा है. लेकिन कुछ नहीं ले रहा है, है न? वहीं, अगर कोई मुझे मौखिक रूप से गाली दे रहे हैं तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है. हालांकि, गाली का आधार सत्य होना चाहिए और दिल में कोई बुराई नहीं होनी चाहिए.
मोदी (PM Modi) ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में संवेदनशीलता की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि जीवन के हर पहलू में घर्षण होता है. हालांकि, राजनीति में, आपको चुनौतियों का सामना सेवा की भावना से करना चाहिए. संवेदनशीलता के बिना, कोई लोगों की प्रभावी रूप से मदद नहीं कर सकता है.
बता दें कि पीएम मोदी (PM Modi) विभिन्न राज्य चुनावों के साथ-साथ लोकसभा चुनावों में भी विपक्षी दलों की ओर से लगातार आलोचनाओं का सामना करते रहे हैं. लगातार आलोचना मुख्य रूप से कांग्रेस पार्टी की ओर से होती है, जिसने अक्सर मोदी (PM Modi) पर लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया है और पीएम को "गैर-जैविक" कहा है.
पॉडकास्ट के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने 2047 तक "विकसित भारत" के लिए अपना विज़न भी साझा किया. जहां शौचालय, पानी और बिजली जैसी बुनियादी ज़रूरतें सभी के लिए उपलब्ध होंगी और सरकारी योजनाएं बिना किसी बाधा के पूरी होंगी. मोदी (PM Modi) ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एआई इस विज़न के पीछे प्रेरक शक्ति होगी. भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव पर विचार करते हुए, उन्होंने 2005 में की गई भविष्यवाणी को याद किया कि एक दिन दुनिया भारतीय वीज़ा के लिए कतार में खड़ी होगी, उनका मानना है कि यह विज़न अब सच हो रहा है.