पेपरलीक पर विपक्ष को संदेश, राष्ट्रपति बोलीं-राजनीति से परे सोच की जरूरत

संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह जनादेश भारत को विकसित बनाने के लिए मिला है.

By :  Lalit Rai
Update: 2024-06-27 06:01 GMT

President Draupadi Murmu Speech: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त सत्र को संबोधित कर रही है.बता दें कि 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का आगाज 24 जून को हुआ था.अपने संबोधन की शुरुआत में ही राष्ट्रपति ने कहा कि यह जनादेश भारत को विकसित बनाने का है. देश की नारीशक्ति लंबे समय तक लोक सभा और विधान सभा में अधिक भागीदारी की मांग कर रही थी। आज उनके पास नारी शक्ति वंदन अधिनियम की ताकत है।नॉर्थ ईस्ट में हर तरह की कनेक्टिविटी को बढ़ाया जा रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, रोजगार, हर क्षेत्र में विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है।आज भारत में नेशनल हाईवेज और एक्सप्रेसवेज का जाल बिछ रहा है।भारत में आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डोमेस्टिक एविएशन मार्केट है। उन्होंने पेपरलीक केस का खास जिक्र करते हुए कहा कि इस विषय पर राजनीति से हटकर सोचने की जरूरत है.


राष्ट्रपति के भाषण के खास अंश

  • डिजिटल इंडिया तथा डाकघरों के नेटवर्क का उपयोग करके दुर्घटना और जीवन बीमा के कवरेज को बढ़ाने का काम हो रहा है।
  • हमारे बैंकों की मजबूती उन्हें ऋण आधार का विस्तार करने और राष्ट्र के आर्थिक विकास में योगदान करने के लिए सक्षम बनाती है।
  • ऑर्डनेंस फैक्ट्रीज के Reforms से डिफेंस सेक्टर को बहुत लाभ हुआ है।
  • Atal Tinkering Labs, Start-up India और Stand-up India जैसे अभियान हमारे युवाओं का सामर्थ्य बढ़ा रहे हैं।
  • मेरी सरकार ने युवाओं की राष्ट्र निर्माण में भागीदारी और बढ़ाने के लिए 'मेरा युवा भारत - MY Bharat’ अभियान की शुरुआत भी की है।
  • हमारे बैंकों की मजबूती उन्हें ऋण आधार का विस्तार करने और राष्ट्र के आर्थिक विकास में योगदान करने के लिए सक्षम बनाती है।
  • डिजिटल इंडिया तथा डाकघरों के नेटवर्क का उपयोग करके दुर्घटना और जीवन बीमा के कवरेज को बढ़ाने का काम हो रहा है।
  • 24 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक की पीएम-जनमन जैसी योजना आज अति पिछड़े जनजातीय समूहों के उत्थान का माध्यम बन रही है।
  • अब मेरी सरकार बिजली का बिल ज़ीरो करने और बिजली बेचकर कमाई करने की योजना भी लाई है।
  • मेरी सरकार ने हाल में ही कृषि सखी कार्यक्रम भी शुरु किया है।
  • इसके तहत अभी तक सेल्फ हेल्प ग्रुप्स की 30 हज़ार महिलाओं को कृषि सखी के रूप में प्रमाण पत्र दिए गए हैं।
  • सरकार का प्रयास है कि महिलाओं का कौशल बढ़े, कमाई के साधन बढ़ें और उनका सम्मान बढ़े।


इमरजेंसी सबसे बड़ा और काला अध्याय

जहां एक तरफ विपक्ष संसद के बाहर और भीतर संविधान बचाने की दुहाई दे रहा है वहीं राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि इमरजेंसी सबसे बड़ा काला अध्याय है. उन्होंने कहा कि देश में संविधान के लागू होने के बाद भी कई बार हमले हुए. आज 27 जून है लेकिन 25 जून 1975 को जो हुआ वो दुखग था. देश में हाहाकार मच गया. लेकिन देश ने उस असंवैधानिक ताकत पर विजय हासिल की और यही भारतीय लोकतंत्र की मूल परंपरा है.

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