जम्मू में धमाकों से दहशत, पाकिस्तानी मिसाइल हमले को भारतीय सेना ने किया नाकाम

Indian Army response: जम्मू पर हुआ यह हमला हमास के इज़राइल पर हमले की शैली जैसा था और इसमें पाकिस्तान की सेना का रवैया एक आतंकी संगठन जैसा रहा.;

Update: 2025-05-08 17:34 GMT
जम्मू में धमाकों से दहशत, पाकिस्तानी मिसाइल हमले को भारतीय सेना ने किया नाकाम
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Pakistani missile attack: गुरुवार शाम जम्मू में कई तेज़ धमाकों की आवाज़ें सुनाई दीं, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया. यह धमाके उस घटना के ठीक एक दिन बाद हुए हैं, जब भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. हालांकि, भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से छोड़ी गई 8 मिसाइलों को बीच में ही रोक दिया. ये मिसाइलें जम्मू के सतवारी, सांबा, आर.एस. पुरा और अर्निया की ओर टारगेट थीं.

इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (IDS) के आधिकारिक एक्स अकाउंट में एक पोस्ट में बताया गया कि जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य ठिकानों को पाकिस्तान ने मिसाइलों और ड्रोन से निशाना बनाया. कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ. भारतीय सशस्त्र बलों ने SOP के अनुसार खतरे को kinetic और non-kinetic तरीकों से निष्क्रिय कर दिया.

वही, धमाकों से पहले जम्मू में एयर रेड सायरन बजने लगे और पूरे इलाके में ब्लैकआउट कर दिया गया. पूर्व जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख शेष पाल वैद ने एक्स पर लिखा कि जम्मू में पूरा ब्लैकआउट है. तेज धमाके हो रहे हैं—बॉम्बिंग, शेलिंग या मिसाइल हमले की आशंका है. चिंता की बात नहीं—माता वैष्णो देवी हमारे साथ हैं और हमारे बहादुर सैनिक भी.

एक अन्य एक्स यूज़र ने धमाकों के वीडियो और तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “अभी इसी वक्त जम्मू में हमारे घरों के ऊपर से मिसाइलें उड़ रही हैं. ये कोई अफवाह नहीं, मैं खुद देख रहा हूं और रिकॉर्ड कर रहा हूं. खतरा असली है. नागरिकों की जानें खतरे में हैं.

रक्षा सूत्रों ने यह भी संकेत दिया है कि जम्मू पर हुआ यह हमला हमास के इज़राइल पर हमले की शैली जैसा था और इसमें पाकिस्तान की सेना का रवैया एक आतंकी संगठन जैसा रहा. सूत्रों ने हाल ही में POK में ISI और हमास के बीच हुई बैठक की ओर भी इशारा किया. पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस स्थिति को "गंभीर और चिंताजनक" बताया. उन्होंने कहा कि जम्मू से आ रही रिपोर्ट्स बेहद परेशान करने वाली हैं. मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जो सीमा पर रह रहे हैं और बार-बार इस डरावनी स्थिति का सामना कर रहे हैं.

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