ट्रंप सरकार में एलन मस्क की एंट्री और एग्ज़िट: क्या सिर्फ सियासी तमाशा?
मस्क और ट्रंप के रिश्ते अमेरिकी राजनीति में एक दिलचस्प उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। जहां एक ओर मस्क ने सरकारी सुधारों के लिए पहल की। वहीं. दूसरी ओर उनके निजी और राजनीतिक दृष्टिकोणों में भिन्नताएं सामने आईं।;
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क के बीच संबंधों में उतार-चढ़ाव देखा गया है। मस्क ने ट्रंप प्रशासन में 'Department of Government Efficiency' (DOGE) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसका मकसद सरकारी खर्चों में कमी और प्रशासनिक सुधार था। हालांकि, हाल ही में मस्क ने इस विभाग से इस्तीफा दे दिया है, जिससे उनके और ट्रंप के रिश्तों में एक नया मोड़ आया है।
DOGE का मकसद
साल 2024 में ट्रंप प्रशासन ने DOGE की स्थापना की, जिसमें मस्क और विवेक रामस्वामी को सह-नेता नियुक्त किया गया। इस विभाग का मुख्य उद्देश्य सरकारी खर्चों में $2 ट्रिलियन की कमी करना और सरकारी कर्मचारियों की संख्या में 75% तक की कटौती करना था। मस्क ने इस विभाग की अगुवाई करते हुए कई सुधारात्मक कदम उठाए थे, जिनमें सरकारी कर्मचारियों की छंटनी और विभिन्न सरकारी एजेंसियों के पुनर्गठन शामिल थे।
विवेक रामस्वामी का इस्तीफा
जनवरी 2025 में विवेक रामस्वामी ने DOGE से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के पीछे अमेरिकी कार्य संस्कृति पर उनकी टिप्पणियां थीं, जिनमें उन्होंने H-1B वीजा कार्यक्रम की आलोचना की थी। इस पर मस्क और अन्य रिपब्लिकन नेताओं ने आपत्ति जताई, जिसके परिणामस्वरूप रामस्वामी को इस्तीफा देना पड़ा।
मस्क का इस्तीफा
मई 2025 में मस्क ने DOGE से इस्तीफा दे दिया, जो कि उनके 'Special Government Employee' के रूप में 130 दिनों की सेवा अवधि के समाप्त होने के कारण था। उन्होंने ट्रंप प्रशासन के 'One Big Beautiful Bill' नामक विधेयक की आलोचना की, जिसे उन्होंने सरकारी खर्चों में वृद्धि करने वाला और DOGE के उद्देश्यों के विपरीत बताया।
ट्रंप का समर्थन
हालांकि, मस्क ने इस्तीफा दे दिया, ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से मस्क का समर्थन किया। उन्होंने मस्क को "अद्वितीय अमेरिकी" बताया और कहा कि वह चाहते हैं कि मस्क उनकी कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करें।