अमेरिका ने मोदी-अडानी हमलों पर भाजपा के ‘डीप स्टेट’ दावे को किया खारिज
भाजपा का आरोप है कि अमेरिका की खुफिया एजेंसियों ने भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए मीडिया पोर्टल ओसीसीआरपी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ मिलीभगत की है; अमेरिका ने इसे ‘निराशाजनक’ बताया;
By : The Federal
Update: 2024-12-07 17:52 GMT
BJP Allegations ON USA: अमेरिकी दूतावास ने शनिवार को भाजपा के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा वित्त पोषित संगठन और तथाकथित "डीप स्टेट" भारत को अस्थिर करने की साजिश रच रहे हैं। इन आरोपों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी को निशाना बनाकर भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने का दावा किया गया था।
अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने इन आरोपों को "निराशाजनक" करार दिया और कहा कि अमेरिका स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया का समर्थन करता है। प्रवक्ता ने जोर देकर कहा, "हम दुनिया भर में मीडिया की स्वतंत्रता का समर्थन करते हैं। स्वतंत्र पत्रकारिता किसी भी लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।"
भाजपा के आरोप
भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि अमेरिकी डीप स्टेट, मीडिया पोर्टल ओसीसीआरपी (ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट) और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ मिलकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है। भाजपा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने ओसीसीआरपी रिपोर्ट का इस्तेमाल अडानी समूह और प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करने के लिए किया।
भाजपा के प्रवक्ता ने कहा, "ओसीसीआरपी को अमेरिकी विदेश विभाग के यूएसएआईडी, जॉर्ज सोरोस और रॉकफेलर फाउंडेशन जैसे संगठनों से वित्त पोषण मिलता है। यह भारत की छवि को खराब करने की एक साजिश है।"
ओसीसीआरपी और अमेरिकी बयान
एम्स्टर्डम स्थित ओसीसीआरपी एक स्वतंत्र मीडिया संगठन है, जो मुख्य रूप से भ्रष्टाचार और संगठित अपराध पर रिपोर्ट करता है। अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, "हम ऐसे संगठनों के साथ काम करते हैं जो पत्रकारों के प्रशिक्षण और क्षमता विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं। ये संगठन अपने संपादकीय निर्णयों में स्वतंत्र हैं।"
अडानी समूह पर आरोप और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
हाल के महीनों में गौतम अडानी और उनके समूह पर अमेरिकी अभियोजकों ने गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें 2020-2024 के बीच भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देकर सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल करने का मामला शामिल है। आरोपों के मुताबिक, इस साजिश से अडानी समूह को 2 बिलियन डॉलर से अधिक का फायदा हो सकता था।
कांग्रेस ने इन आरोपों की गहन जांच की मांग करते हुए सरकार पर अडानी समूह को बचाने का आरोप लगाया। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "यह सरकार अडानी समूह के पक्ष में काम कर रही है। इन आरोपों की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।"
अडानी समूह का बयान
अडानी समूह ने इन आरोपों को "पूरी तरह निराधार" बताया है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "यह आरोप न केवल तथ्यात्मक रूप से गलत हैं, बल्कि हमारे देश की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए गढ़े गए हैं।"
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)