ब्लड प्रेशर कंट्रोल का नया फॉर्मूला: अब नमक नहीं, पोटैशियम बढ़ाएं
कनाडा की रिसर्च में खुलासा – केला, ब्रोकली जैसी चीज़ें ब्लड प्रेशर कंट्रोल में ज्यादा असरदार;
How Control BP: अगर आप हाई ब्लड प्रेशर से परेशान हैं तो अब सिर्फ नमक कम करना ही काफी नहीं। एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि अगर हम अपनी डाइट में पोटैशियम की मात्रा बढ़ाएं और केला या ब्रोकली जैसी चीज़ें खाएं तो ब्लड प्रेशर को ज्यादा प्रभावी ढंग से कंट्रोल किया जा सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ वाटरलू (कनाडा) की यह रिसर्च हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए नई उम्मीद लेकर आई है। यहां जानें, पूरी बात...
क्या कहती है रिसर्च?
स्टडी में बताया गया है कि सिर्फ सोडियम (नमक) की मात्रा कम करने की जगह अगर पोटैशियम और सोडियम के अनुपात को संतुलित किया जाए तो हाईपरटेंशन (हाई ब्लड प्रेशर) को बेहतर तरीके से रोका जा सकता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, “अक्सर हमें हाई ब्लड प्रेशर होने पर कम नमक खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन हमारे शोध में पता चला है कि अगर हम पोटैशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे केला, ब्रोकली, खुबानी, खजूर, किशमिश, नारियल पानी इत्यादि को अपनी डाइट में शामिल करें तो उसका असर ज्यादा बेहतर हो सकता है।”
पोटैशियम बनाम सोडियम
पोटैशियम और सोडियम दोनों इलेक्ट्रोलाइट्स हैं, जो शरीर की मांसपेशियों को सिकुड़ने और आराम देने में मदद करते हैं। यह शरीर में पानी के स्तर को भी नियंत्रित करते हैं।
स्टडी में यह भी सामने आया कि पश्चिमी देशों की डाइट में पोटैशियम कम और सोडियम ज्यादा होता है। जबकि पुराने समय में मानव डाइट में फल और सब्जियों की भरमार थी। इसी वजह से हमारा शरीर हाई पोटैशियम और कम सोडियम की डाइट के साथ बेहतर काम करता है।
मैथमैटिकल मॉडल से खुलासा
रिसर्च टीम ने एक गणितीय मॉडल तैयार किया, जिससे यह समझा जा सका कि पोटैशियम और सोडियम का अनुपात शरीर पर कैसे असर डालता है। मॉडल के अनुसार, पुरुषों में हाई ब्लड प्रेशर विकसित होने की संभावना अधिक होती है। लेकिन यदि वे अपनी डाइट में पोटैशियम की मात्रा बढ़ाते हैं तो उन पर इसका असर महिलाओं से बेहतर होता है (विशेषकर प्री-मेनोपॉज़ महिलाओं की तुलना में)। नई स्टडी के मुताबिक, सिर्फ नमक कम करना ही काफी नहीं है। अगर आप अपनी डाइट में केला, ब्रोकली जैसे पोटैशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें तो ब्लड प्रेशर को ज्यादा प्रभावी तरीके से कंट्रोल किया जा सकता है।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।