फैट बर्निंग बढ़ाता है और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है ये मसाला, ऐसे खाएं

वेट लूज करना चाहते हैं और कोलेस्ट्रॉल को भी अपने कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो करी पत्ता आपके लिए बहुत लाभकारी होगा। बस जरूरी है कि आप इसे सही विधि से खाएं...;

Update: 2025-05-07 13:00 GMT
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में बहुत सहायक है करी पत्ता, इन विधियों से खाएं

Cholesterol Controlling Spice: करी पत्ता (Curry Leaves), जिसे मीठी नीम (Murraya koenigii) के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है। यह न केवल खाने में स्वाद और सुगंध जोड़ता है बल्कि अनेक औषधीय गुणों से भरपूर है। पारंपरिक चिकित्सा जैसे आयुर्वेद में करी पत्ते का उपयोग लंबे समय से डायबिटीज, हृदय रोग, पाचन समस्याओं और बालों से जुड़ी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है।

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में मददगार

करी पत्ता में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे क्वेर्सेटिन, कैटेचिन और कार्बाजोल एल्कलॉइड्स खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में सहायक होते हैं। जर्नल ऑफ फूड एंड केमिकल टॉक्सिकोलॉजी (2010) की एक स्टडी के अनुसार, करी पत्ते के अर्क ने चूहों में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काफी कम किया और दिल की सेहत में सुधार किया। इसके अलावा, ये अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को नेचुरल तरीके से बढ़ावा देने में भी मदद करते हैं।

बालों के झड़ने और ग्रोथ के लिए लाभकारी

करी पत्ते में मौजूद बीटा-कैरोटीन और प्रोटीन बालों को मजबूत बनाते हैं और डैंड्रफ को कम करने में मदद करते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्माकोलॉजी में प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया है कि करी पत्ते का पेस्ट समय से पहले बाल सफेद होने और बालों के झड़ने को रोक सकता है।

वजन घटाने में सहायक

करी पत्ते में कार्बाजोल एल्कलॉइड्स नामक यौगिक पाए जाते हैं, जो फैट बर्निंग को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन एंड मेटाबोलिज्म (2014) के अनुसार, करी पत्ते मेटाबोलिज्म को तेज करके वजन घटाने में सहायता कर सकते हैं। रोज़ाना करी पत्ते का सेवन शरीर के टॉक्सिन्स को भी बाहर निकालता है।

पाचन में सुधार

करी पत्ते में पाए जाने वाले एंजाइम्स जैसे एमाइलेज और लिपेज पाचन में सुधार करते हैं। ये एंजाइम्स भोजन को छोटे अणुओं में तोड़ते हैं, जिससे भोजन आसानी से पचता है। एशियन जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल एंड क्लिनिकल रिसर्च (2012) में यह बताया गया कि करी पत्ते का सेवन पाचन संबंधी समस्याओं जैसे अपच, गैस और कब्ज में राहत प्रदान कर सकता है।

स्किन हेल्थ के लिए

करी पत्ते में विटामिन C, बीटा-कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो त्वचा को हेल्दी और चमकदार बनाते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कॉस्मेटिक साइंस (2016) में पब्लिश स्टडी में यह पाया गया कि करी पत्ते के अर्क ने पिंपल्स और स्किन इन्फेक्शन को कम करने में प्रभावी भूमिका निभाई।

कैसे करें करी पत्ते का सेवन?

सुबह खाली पेट 8-10 ताजे पत्ते चबाएं।

करी पत्तों को पानी में उबालकर उसमें धागे वाली मिश्री और नींबू मिलाकर पिएं।

करी पत्ते की चटनी बनाकर खा सकते हैं।

सब्जियों या दाल में तड़के के रूप में इस्तेमाल करें।

सावधानियां और संभावित नुकसान

एलर्जी: कुछ लोगों को करी पत्ते से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर चकत्ते या खुजली हो सकती है।

डायबिटीज पेशेंट: करी पत्ते का अत्यधिक सेवन ब्लड शुगर को तेजी से कम कर सकता है, इसलिए डायबिटीज के मरीजों को सावधानी रखनी चाहिए।

पाचन संबंधी समस्याएं: बहुत अधिक सेवन करने पर पेट दर्द, गैस या दस्त की समस्या हो सकती है।

प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को करी पत्ते का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

हेयर केयर में सावधानी: अगर करी पत्ते का पेस्ट या तेल बालों में लगाते हैं, तो ध्यान दें कि वह आंखों में न जाए क्योंकि इससे जलन हो सकती है।

करी पत्ता एक बहुउपयोगी औषधीय मसाला है, जो न केवल स्वाद में बेहतरीन है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। आधुनिक रिसर्च भी इसके पारंपरिक उपयोगों की पुष्टि करती है। हालांकि हर चीज की तरह इसका सेवन संतुलित मात्रा में ही करना चाहिए ताकि लाभ के साथ कोई साइड इफेक्ट न हो।


डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।

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