चीख निकल जाती है अचानक होने वाले इस तेज दर्द से, जानें बचने के उपाय

हल्के-फुल्के दर्द को अनदेखा करना हम भारतीयों की आदत बन गई है। ऐसे में कई बार मामूली लगने वाले दर्द बहुत तड़पा भी सकते हैं, ये भी उनमें से एक ऐसा ही दर्द है...;

Update: 2025-02-23 15:08 GMT

Cause Of Joint Pain And Prevention: गाउट अटैक (Gout Attack) का मतलब है जोड़ों में अचानक तेज दर्द, सूजन, लालिमा और जलन महसूस होना। यह गठिया (Arthritis) का एक दर्दनाक रूप होता है, जो तब होता है जब शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid) का स्तर बढ़ जाता है और यह क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा होने लगता है। इससे प्रभावित हिस्सा न सिर्फ दर्द करता है बल्कि हिलाने-डुलाने में भी मुश्किल होने लगती है। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह परेशानी लंबे समय तक बनी रह सकती है। यहां जानें गाउट अटैक की पहचान के तरीके और बचने के उपाय...

गाउट अटैक के लक्षण (Symptoms Of Gout Attack)

गाउट का अटैक अचानक आता है और ज्यादातर रात में या सुबह के समय तेज दर्द के साथ महसूस होता है। इसके कुछ सामान्य लक्षण हैं...

  • जोड़ में अचानक तेज दर्द, खासकर पैरों के अंगूठे, टखनों, घुटनों, उंगलियों या कलाई में
  • सूजन, जिससे जोड़ बड़ा और फूला हुआ दिखता है
  • लालिमा और गर्मी महसूस होना, जैसे अंदर से जलन हो रही हो
  • प्रभावित जोड़ को हिलाने-डुलाने में दिक्कत

अगर यह अटैक पहली बार हो रहा है तो कुछ दिनों में दर्द कम हो सकता है। लेकिन अगर गाउट की समस्या बनी रही तो दर्द लंबे समय तक रह सकता है और हर बार ज्यादा गंभीर हो सकता है।

गाउट अटैक क्यों होता है (Cause Of Gout Attack)

गाउट तब होता है जब शरीर में यूरिक एसिड जरूरत से ज्यादा बनने लगता है या गुर्दे इसे सही तरीके से बाहर नहीं निकाल पाते। इससे यूरिक एसिड क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा होने लगता है, जो तेज दर्द और सूजन की वजह बनता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं...

  • प्यूरीन (Purine) वाले खाद्य पदार्थ ज्यादा खाना, जैसे रेड मीट, समुद्री भोजन और बीयर
  • शरीर में पानी की कमी, जिससे यूरिक एसिड बाहर नहीं निकल पाता
  • गुर्दों की कार्यक्षमता कम होना, जिससे शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं
  • कुछ दवाओं का असर, जैसे मूत्रवर्धक (Diuretics), एस्पिरिन और नियासिन (Niacin)
  • शराब और शुगर ड्रिंक्स का अधिक सेवन, जिससे यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ता है


गाउट अटैक से बचाव कैसे करें (Gout Attack Prevention Tips)

अगर आपको एक बार गाउट का अटैक हो चुका है, तो दोबारा इसे रोकने के लिए कुछ आदतें बदलनी जरूरी हैं। कुछ आसान और असरदार उपाय अपनाकर इस परेशानी से बचा जा सकता है...

  • रेड मीट, ऑर्गन मीट (लिवर, किडनी), समुद्री भोजन, शराब और शुगर ड्रिंक्स को अपनी डायट से हटाएं। इनमें प्यूरीन (यूरिक एसिड बढ़ाने वाला कंपाउंड) अधिक मात्रा में पाया जाता है।
  • शरीर को हाइड्रेट रखें और रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं ताकि शरीर से टॉक्सिन्स आसानी से निकल सकें।
  • संतुलित आहार अपनाएं जैसे, हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स को डायट में शामिल करें।
  • व्यायाम को दिनचर्या में लाएं और रोजाना हल्की-फुल्की एक्सरसाइज या वॉक जरूर करें। इससे यूरिक एसिड नियंत्रित रहता है और जोड़ों पर दबाव नहीं पड़ता।
  • वजन नियंत्रित रखें क्योंकि बढ़ता वजन गाउट के खतरे को और बढ़ा सकता है। इसलिए हेल्दी वेट बनाए रखना जरूरी है।


गाउट अटैक के दौरान क्या करें (What Should Do In Gout Attack Suffering)

अगर अचानक गाउट अटैक हो जाए, तो सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें और कुछ घरेलू उपाय अपनाएं...

  • प्रभावित जोड़ को आराम दें और ज्यादा न हिलाएं।
  • ठंडी सिकाई (Cold Compress) करें ताकि सूजन और दर्द कम हो। यदि मौसम ठंडा है तो गर्म सेक करना होगा।
  • दर्द को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर की सलाह से एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं लें।
  • अधिक पानी पिएं ताकि यूरिक एसिड जल्दी बाहर निकल सके।

गाउट का समय पर सही इलाज लिया जाए और सावधानी बरती जाए तो इस समस्या को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आपको बार-बार गाउट के अटैक हो रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें और सही लाइफस्टाइल अपनाएं।

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