इम्युनिटी जरूरी है लेकिन ओवर ऐक्टिव इम्यून सिस्टम बन सकता है खतरा!
स्वस्थ रहने के लिए इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना जरूरी है। लेकिन इम्यून सिस्टम ओवर ऐक्टिव हो जाए तो अपनी बॉडी को ही हानि पहुंचाता है...;

इम्यून सिस्टम हमारे शरीर की रक्षा प्रणाली है, जो बैक्टीरिया, वायरस और अन्य हानिकारक तत्वों से लड़कर हमें बीमारियों से बचाती है। लेकिन क्या हो जब यह प्रणाली अति-सक्रिय हो जाए और अपने ही शरीर पर हमला करने लगे? इम्यून सिस्टम की अधिक सक्रियता कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है, जिनमें एलर्जी, ऑटोइम्यून डिजीज और पुरानी सूजन (Chronic Inflammation) शामिल हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि इम्यून सिस्टम की अधिक सक्रियता क्यों होती है, इसके लक्षण, कारण, रोकथाम और उपचार के उपाय...
इम्यून सिस्टम की अधिक सक्रियता क्या है?
जब शरीर का इम्यून सिस्टम अत्यधिक सतर्क हो जाता है और हानिकारक तत्वों के अलावा सामान्य कोशिकाओं, ऊतकों या बाहरी तत्वों को भी खतरा समझने लगता है, तो इसे इम्यून सिस्टम की अधिक सक्रियता (Overactive Immune System) कहते हैं।
यह स्थिति तीन मुख्य प्रकार की हो सकती है...
एलर्जी (Allergies): जब इम्यून सिस्टम सामान्य चीजों (जैसे धूल, पराग, खाने की चीजें) को हानिकारक मानकर प्रतिक्रिया करता है।
ऑटोइम्यून रोग (Autoimmune Diseases): जब इम्यून सिस्टम अपने ही शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करने लगता है।
पुरानी सूजन (Chronic Inflammation): जब शरीर में लंबे समय तक सूजन बनी रहती है, जिससे कई बीमारियां हो सकती हैं।
इम्यून सिस्टम की अधिक सक्रियता के कारण
जेनेटिक कारण- अगर परिवार में किसी को एलर्जी, अस्थमा या ऑटोइम्यून रोग है, तो इसकी संभावना बढ़ जाती है।
पर्यावरणीय कारण- प्रदूषण और रसायनों के संपर्क में आना, कीटनाशकों और प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन
अत्यधिक स्वच्छता (Hygiene Hypothesis): जब बच्चे बहुत अधिक साफ-सफाई वाले माहौल में बड़े होते हैं, तो उनका इम्यून सिस्टम बाहरी कारकों से लड़ने के बजाय अपने शरीर पर हमला करने लगता है।
जीवनशैली से जुड़े कारण
तनाव और चिंता: लंबे समय तक मानसिक तनाव इम्यून सिस्टम को असंतुलित कर सकता है।
अनियमित नींद: नींद की कमी से इम्यून प्रतिक्रिया असंतुलित हो सकती है।
अस्वास्थ्यकर खानपान: प्रोसेस्ड फूड, शुगर और ट्रांस फैट से भरपूर आहार सूजन को बढ़ा सकता है।
शारीरिक निष्क्रियता: व्यायाम की कमी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को गड़बड़ा सकती है।
इम्यून सिस्टम की अधिक सक्रियता के लक्षण
बार-बार होने वाली एलर्जी (छींक आना, खुजली, लाल चकत्ते)
अस्थमा या सांस लेने में तकलीफ
अत्यधिक थकान और कमजोरी
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
पेट संबंधी समस्याएं (सूजन, अपच, कब्ज या डायरिया)
स्किन डिजीज (सोरायसिस, एक्जिमा, ल्यूपस)
सिरदर्द और माइग्रेन
अति-सक्रिय इम्यून सिस्टम से होने वाली बीमारियां
1. ऑटोइम्यून रोग (Autoimmune Diseases)
रूमेटॉइड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis): जोड़ों में सूजन और दर्द।
टाइप 1 डायबिटीज: जब इम्यून सिस्टम अग्न्याशय (Pancreas) की कोशिकाओं पर हमला करता है।
थायरॉयड डिसऑर्डर (Graves’ Disease, Hashimoto’s Thyroiditis): जब थायरॉयड ग्रंथि प्रभावित होती है।
लूपस (Lupus): यह बीमारी त्वचा, जोड़ों और आंतरिक अंगों को प्रभावित कर सकती है।
2. एलर्जी और अस्थमा
धूल, पराग, पालतू जानवरों के बाल, खाने की चीजों से होने वाली एलर्जी।
अस्थमा, जिसमें सांस लेने में कठिनाई होती है।
3. पुरानी सूजन (Chronic Inflammation)
हृदय रोग: धमनियों में सूजन होने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
अल्जाइमर और न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियां: मस्तिष्क में सूजन से याद्दाश्त और मानसिक क्षमता प्रभावित हो सकती है।
इम्यून सिस्टम की अधिक सक्रियता को नियंत्रित करने के उपाय
1. हेल्दी डाइट अपनाएं- एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स खाएं, जैसे हल्दी, अदरक, लहसुन, हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम और मछली। प्रोसेस्ड फूड, चीनी और ट्रांस फैट से बचें। प्रोबायोटिक्स (दही, किमची, किण्वित भोजन) का सेवन करें।
2. तनाव कम करें- मेडिटेशन, योग और गहरी सांस लेने की तकनीक अपनाएं। पर्याप्त आराम करें और नींद पूरी लें।
3. नियमित व्यायाम करें- हल्के व्यायाम जैसे योग, वॉकिंग और तैराकी करें। अत्यधिक वर्कआउट से बचें, क्योंकि इससे इम्यून सिस्टम और अधिक सक्रिय हो सकता है।
4. एलर्जी और ट्रिगर से बचें- जिन चीजों से एलर्जी होती है, उनसे बचें। घर की साफ-सफाई बनाए रखें और प्रदूषण से बचें।
5. डॉक्टर की सलाह लें- यदि बार-बार एलर्जी, अस्थमा, स्किन प्रॉब्लम या कोई अन्य समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह लें। ऑटोइम्यून रोग के मामले में सही समय पर निदान और उपचार करवाएं।
इम्यून सिस्टम की अधिक सक्रियता एक गंभीर समस्या हो सकती है, क्योंकि यह शरीर पर ही हमला करने लगती है। एलर्जी, ऑटोइम्यून बीमारियां और पुरानी सूजन जैसी समस्याओं से बचने के लिए स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित आहार, तनाव प्रबंधन और नियमित व्यायाम जरूरी है। यदि लक्षण गंभीर हों, तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए ताकि उचित जांच और उपचार किया जा सके। स्वस्थ इम्यून सिस्टम के लिए बैलेंस बनाए रखना जरूरी है-न बहुत कमजोर, न बहुत अधिक सक्रिय!