वजन कम करने के साथ ही हड्डियों को मजबूत बनाती है ये कम कैलोरी डायट
वजन कम करने के लिए केवल अपनी डायट को कम करना काफी नहीं होता है। इसके लिए ऐक्टिव लाइफस्टाइल तो चाहिए ही। ये टेस्टी डायट वेटलॉस में बहुत मदद करेगी...;
Weightloss: अगर आपको कोई ऐसा तरीका मिल जाए जो तेजी से वेटलॉस तो करे ही साथ ही में आपकी हड्डियों को भी मजबूती दे। ताकि बढ़ती उम्र के साथ आपको जोड़ों में दर्द और जल्दी थकने या हल्की चोट से ही हड्डी टूटने का डर ना रहे! तो क्या आप उसे अपनाना चाहेंगे... इसी चाहत के साथ साथ शुरू होती है इस रिसर्च की कहानी, जो बताती है कि Low-Calorie Mediterranean Diet न सिर्फ शरीर को स्लिम बनाती है, बल्कि हड्डियों की सेहत को भी बरकरार रखने का काम करती है।
पहले जानें: मेडिटेरेनियन डाइट क्या होती है?
मेडिटेरेनियन डाइट का मतलब है, ऐसा भोजन जो समुद्री क्षेत्रों जैसे ग्रीस, इटली और स्पेन के लोगों की खान-पान की आदतों पर आधारित है। इसमें मुख्य रूप से शामिल होते हैं...
हरी सब्जियां, ताजे फल
साबुत अनाज
बीन्स, दालें
जैतून का तेल
मछली और कभी-कभी रेड वाइन
यह डाइट स्वादिष्ट भी होती है और सेहतमंद भी। लेकिन अब रिसर्च कहती है कि अगर इस डाइट को थोड़ा कम कैलोरी वाला बना दिया जाए और साथ में एक्सरसाइज़ भी जोड़ दी जाए तो इसका असर और अधिक पॉज़िटिव हो सकता है।
रिसर्च क्या कहती है?
JAMA Network Open में प्रकाशित एक रिसर्च कहती है ओवरवेट महिलाओं के लिए कम कैलोरी वाली मेडिटेरेनियन डायट और एक्सर्साइज का कॉम्बो शानदार साबित हो सकात है। इस शोध में 924 महिलाओं को शामिल किया गया, जिनकी उम्र 55 से 75 के बीच थी और वे सभी या तो ओवरवेट थीं या मेटाबॉलिक डिसऑर्डर से पीड़ित थीं। इन्हें दो समूहों में बांटा गया और मेडिटेरियन डायट ही दो अलग तरीकों से दी गई और दोनों ग्रुप के रिजल्ट में अंतर काफी अलग और चौंकाने वाले रहे...
पहला ग्रुप: इन्हें दी गई लो-कैलोरी मेडिटेरेनियन डाइट, साथ ही फिजिकल एक्टिविटी करने को कहा गया।
दूसरा ग्रुप: इन्हें दी गई सामान्य मेडिटेरेनियन डाइट, जिसमें न तो कैलोरी कंट्रोल था, न ही व्यायाम अनिवार्य था।
कितने दिन चली रिसर्च और क्या निकले नतीजे?
तीन साल के ट्रैकिंग के बाद जो सामने आया वो वाकई चौंकाने वाला था। पहले ग्रुप की महिलाओं का वज़न घटा और साथ ही उनकी रीढ़ की हड्डी (spine bone density) भी बनी रही। जबकि दूसरे ग्रुप में वज़न में थोड़ा फर्क पड़ा, लेकिन बोन डेंसिटी में गिरावट देखने को मिली।
यानी जब डाइट संतुलित और कैलोरी-कंट्रोल में हो और उसके साथ फिजिकल एक्टिविटी भी जुड़ी हो तो शरीर केवल पतला नहीं होता बल्कि ये मजबूत भी होता है और पहले से कहीं अधिक स्वस्थ भी।
आपको लिए किस तरह महत्वपूर्ण है ये रिसर्च?
इस रिसर्च से एक बात साफ है कि वजन कम करना अगर आपका लक्ष्य है तो आप सिर्फ खाने की मात्रा नहीं घटाकर वो रिजल्ट नहीं पा सकते, जिसे आप पाना चाहते हैं। आपको यह देखना होगा कि आप क्या खा रहे हैं, कितना खा रहे हैं और कब खा रहे हैं। साथ ही, हड्डियों की सेहत बनाए रखने के लिए एक्टिव लाइफस्टाइल भी जरूर अपनाना होता है।
वजन घटाने के लिए क्या करें?
यहां कुछ आसान से सुझाव दिए जा रहे हैं, जिन्हें आप आज से ही अपनाना शुरू कर सकते हैं...
अपने खाने में अधिक से अधिक फल, सब्ज़ियां और साबुत अनाज शामिल करें।
प्रोटीन और हेल्दी फैट्स का सेवन ज़रूर करें। जैसे, मछली, दही, नट्स और जैतून का तेल, काले चने, काबुली चने और पनीर इत्यादि।
सप्ताह में कम से कम 3-4 दिन एक्सरसाइज़ अवश्य करें। फिर चाहे वो तेज़ चलना हो, योग या साइकलिंग इत्यादि कुछ भी, जिसमें आपको आनंद आता हो।
वजन घटाने की जल्दी में क्रैश डाइटिंग से बचें। इससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
अब वक्त है वजन कम करने के खेल को समझदारी से खेलने का। क्योंकि सिर्फ पतले दिखने से बात नहीं बनेगी- जब तक आपका शरीर अंदर से मजबूत न हो। मेडिटेरेनियन डाइट इसका बेहतरीन रास्ता हो सकता है, बशर्ते आप उसे लो-कैलोरी और एक्टिव लाइफस्टाइल के साथ अपनाएं। तो अगली बार जब आप डाइट का प्लान बनाएं तो याद रखें, आपको न केवल वजन कम करना है बल्कि हड्डियों को भी मज़बूत रखना है।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।