आखिरी मैच भी हारी भारतीय महिला क्रिकेट टीम, ऑस्ट्रेलिया ने 3-0 से किया क्लीन स्वीप
IND VS AUS: पर्थ में खेले गए आखिरी वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 83 रन से हरा दिया.;
Australia defeated India: भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian women cricket team) के दिन शायद अच्छे नहीं चल रहे हैं. भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ 3 मैचों की सीरीज बुरी तरह से हार गई और एक भी मैच जीत नहीं पाई. पर्थ में खेले गए आखिरी वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने भारत को 83 रन से हरा दिया. इसके साथ की ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सीरीज में व्हाइट वॉश किया. भारतीय टीम 45.1 ओवर में 215 रन बनाकर सिमट गई.
सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना का शानदार शतक भी बेकार गया. क्योंकि भारत को बुधवार को पर्थ में तीसरे महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आस्ट्रेलिया से 83 रन से हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian women cricket team) को सीरीज में में 0-3 से वाइटवाश का सामना करना पड़ा.
टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का निर्णय लेने वाले भारत ने आस्ट्रेलिया (Australia) को चार विकेट पर 78 रन पर रोक दिया था. लेकिन मध्यक्रम की बल्लेबाज एनाबेल सदरलैंड की 95 गेंदों पर 110 रन की पारी तथा एश्ले गार्डनर (50) और कप्तान ताहलिया मैकग्राथ (नाबाद 56) के तेज अर्धशतकों की मदद से मेजबान टीम ने वाका में निर्धारित 50 ओवरों में छह विकेट पर 298 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. जवाब में भारत 45.1 ओवर में 215 रन पर ऑलआउट हो गया.
299 रनों के कठिन लक्ष्य का पीछा करते हुए स्टाइलिश मंधाना ने 109 गेंदों पर 105 रनों की पारी खेलकर पारी को खूबसूरती से संभाला और जब तक यह बायें हाथ की बल्लेबाज क्रीज पर थी. मेहमान टीम के पास जीत का मौका था. हालांकि, एक महत्वपूर्ण मोड़ पर उनके आउट होने से भारत की एक जीत की उम्मीदें खत्म हो गईं.
भारतीय पारी की समस्या यह थी कि सीनियर बल्लेबाज को अन्य बल्लेबाजों से सहयोग नहीं मिला, जिसके बाद अलाना किंग ने मंधाना और हरलीन देओल (64 गेंदों पर 39 रन) के बीच 118 रन की साझेदारी को समाप्त कर दिया. मैदान पर रहने के दौरान मंधाना ने 14 बार गेंद को बाड़ के पार पहुंचाया और एक बार उसे पार किया, जिससे रिचा घोष (2) के जल्दी आउट होने के बाद टीम को वापसी दिलाने में मदद मिली.
स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर गार्डनर ने विलो के साथ योगदान देने के बाद 30 रन पर पांच विकेट लेकर शानदार मैच का समापन किया. घोष के अलावा कप्तान हरमनप्रीत कौर (22 गेंदों पर 12 रन) और जेमिमा रोड्रिग्स (11 गेंदों पर 16 रन) बल्ले से असफल रहीं और इससे भारत को मदद नहीं मिली. सीनियर ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा भी फ्लॉप रहीं और शून्य पर आउट हो गईं.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय तेज गेंदबाज अरुंधति रेड्डी की शानदार गेंदबाजी के बावजूद अंतिम मैच में चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. इस एकतरफा सीरीज में मजबूत घरेलू टीम ने पूरी तरह से दबदबा बनाया. रेड्डी ने लगातार चार विकेट लेकर सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जिसके बाद सदरलैंड ने ऑस्ट्रेलिया की वापसी कराई. सीरीज पहले ही गंवाने के बाद भारत ने प्रतिष्ठित वाका मैदान पर गेंदबाजी का विकल्प चुना, लेकिन पहले पावरप्ले में उसे जरूरी सफलता नहीं मिली, जिसमें फोबे लिचफील्ड (33 गेंद पर 25 रन) और जॉर्जिया वोल (30 गेंद पर 26 रन) ने अच्छा प्रदर्शन किया. हालांकि, अपना पांचवां एकदिवसीय मैच खेल रही रेड्डी ने चार गेंदों के अंतराल में सलामी बल्लेबाजों को आउट करके एक ओवर में ही खेल का रुख बदल दिया.
रेणुका ठाकुर और साइमा ठाकोर के विपरीत रेड्डी ने गेंद को फुल लेंथ से वापस स्विंग कराया, जिसके कारण पिछले मैच की शतकवीर वोल आउट हो गईं और उनके स्टंप उखड़ गए. बायें हाथ के लिचफील्ड एक स्विंगर का पीछा करते हुए विकेट के पीछे कैच आउट हो गए और आस्ट्रेलिया द्वारा हासिल की गई सारी गति अचानक खत्म हो गई.
इसके बाद स्टार ऑलराउंडर एलिस पेरी आउट हुईं, जिनके पास रेड्डी की खूबसूरत गेंद का कोई जवाब नहीं था, जो ऑफ स्टंप के ऊपर से टकराने के लिए लाइन में लगी हुई थी. जब बेथ मूनी आउट हुईं तो ऑस्ट्रेलिया का स्कोर बिना किसी नुकसान के 58 रन से 78 रन पर चार विकेट हो गया.
सदरलैंड और गार्डनर ने पांचवें विकेट के लिए 96 रन की साझेदारी करके ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की गहराई को दर्शाया. इस साझेदारी में सदरलैंड आक्रामक रहे और उन्होंने स्पिनरों की खूब धुनाई की. उन्होंने 40वें ओवर में दीप्ति की गेंद पर दो चौके और एक छक्का जड़ा. भारत की कैचिंग में काफी कमी रह गई और उन्होंने तीन कठिन मौके गंवा दिए. मैकग्राथ ने 35वें ओवर में सदरलैंड का साथ दिया और दोनों ने स्कोर को 300 के पार पहुंचाया. सदरलैंड ने पारी के अंतिम ओवर में दीप्ति की गेंद पर मिडविकेट पर छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया.