Boxing Day Test: पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद, बुमराह से भारत की मिलेगी मजबूती?
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा मैच गुरुवार से शुरू हो रहा है. एमसीजी पर खेला जाने वाला यह मैच दोनों टीमों के लिए काफी अहम है.;
Border-Gavaskar Trophy: भारत (India) और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा मैच गुरुवार से शुरू हो रहा है. क्रिसमस के अगले दिन से शुरू होने की वजह से इसे बॉक्सिंग डे टेस्ट (Boxing Day Test) कहा जा रहा है. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाने वाला यह मैच दोनों टीमों के लिए काफी अहम है. क्योंकि, पांच मैचों की सीरीज के तीन मैच हो चुके हैं और दोनों ही टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं. ऐसे में जो भी टीम इस टेस्ट मैच को जीतेगी, वह सीरीज में एक अंक की बढ़त ले लेगी. ऑस्ट्रेलिया इस पारंपरिक बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच को हर हाल में जीतना चाहेगी. वहीं, भारत (India) को अगर आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह पक्की करनी है तो फिर उसे भी यह मुकाबला जीतना ही होगा.
ऐसे में भारत (India) को निर्णायक चौथे टेस्ट से पहले टीम में अपने संयोजन के बारे में गंभीरता से सोचना होगा. यहां की पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद है. ऐसे में भारत (India) को बल्लेबाजी ऑलराउंडर रेड्डी को अतिरिक्त तेज गेंदबाज के तौर पर खिलाना सही साबित हो सकता है. रेड्डी का 72.17 का स्ट्राइक रेट इस सीरीज में 100 से अधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों में सबसे अधिक है. उनके सात छक्के दोनों तरफ सबसे ज्यादा हैं. उन्होंने अपनी टीम के मुश्किल में होने पर भी विपक्ष पर आक्रमण किया है. लेकिन पर्थ और एडिलेड में दोनों पारियों में सिर्फ 7 ओवर और ब्रिस्बेन में 13 ओवर फेंके.
पर्थ में इस सीरीज के पहले टेस्ट में भारत (India) की जीत तब हुई, जब रेड्डी और सुंदर दोनों खेले. लेकिन फिर रोहित की अनुपस्थिति में एक स्थान खाली हो गया था. साल की शुरुआत में केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत में बुमराह, सिराज, कृष्णा और मुकेश कुमार जैसे चार फ्रंटलाइन पेसरों ने काम किया था. लेकिन यह कोई कठिन फैसला नहीं था. क्योंकि परिस्थितियां तेज गेंदबाजों के अनुकूल थीं. यहां, MCG में, खेल के लंबे, संघर्षपूर्ण चरण हो सकते हैं. जब तेज गेंदबाज थक सकते हैं.
वहीं, भारत (India) के पास शार्दुल ठाकुर जैसा ऑलराउंडर नहीं है, जो 2021 में सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका और ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ दो यादगार विदेशी जीत में गेंदबाजी लाइनअप का हिस्सा थे, जहां उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उस साल लॉर्ड्स में दूसरी बड़ी टेस्ट जीत में बुमराह, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और सिराज के अलावा जडेजा के रूप में एकमात्र स्पिनर के रूप में चार फ्रंटलाइन तेज गेंदबाज शामिल थे. भारत (India) ने 2020 में MCG में अपनी आखिरी टेस्ट जीत में जडेजा और अश्विन दोनों को खेला, एडिलेड में पिछले टेस्ट में 36-ऑल-आउट पराजय के बाद 8 विकेट की जीत के साथ सीरीज को पलट दिया.
एमसीजी के मैदान पर ही शायद सीरीज का फैसला हो सकता है. यहां एक गलत कदम और अभियान लड़खड़ा सकता है. चाहे भारत (India) बिना किसी बदलाव के उतरे, एक और स्पिनर या एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज चुने, यह बुमराह ही हैं जो जादू चलाएंगे.