पिता टैक्सी ड्राइवर, पूर्व बल्लेबाज का मिला नाम; फिल्मी है इस खिलाड़ी की कहानी
तकदीर में अगर कुछ बड़ा करना लिखा होता है तो उसे चाहकर भी कोई बदल नहीं सकता है. यह बात क्रिकेटर सुनील नरेन पर सटीक बैठती है.
Sunil Narine: जरूरी नहीं है कि जो काम पिता करता हो, बेटा भी वही करे. वैसे तो हर माता-पिता का सपना होता है कि उसका बेटा पढ़-लिखकर बड़ा इंसान बनें. इसके लिए वे जमकर मेहनत भी करते हैं. ताकि बेटे की पढ़ाई-लिखाई में किसी तरह की कमी न हो पाए. हालांकि, तकदीर में अगर इंसान कुछ बड़ा करना लिखा होता है तो उसे चाहकर भी कोई बदल नहीं सकता है. यह बात आईपीएल के स्पिनर सुनील नरेन पर सटीक बैठती है. क्योंकि एक टैक्सी ड्राइवर का बेटा आज क्रिकेट जगत का रजनीकांत है.
सुनील नरेन का जन्म त्रिनिदाद एंड टोबैगो के अरिमा में 26 मई 1988 को हुआ था. उनके पिता एक रेस्टोरेंट के टैक्सी ड्राइवर थे. पिता ने नरेन के हुनर को 7 साल की उम्र में ही पहचान लिया था. इसलिए उन्होंने नरेन को क्रिकेट की ट्रेनिंग दिलवानी शुरू कर दी थी. नरेन के पिता दिग्गज भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर के जबरदस्त फैन थे. इसलिए उन्होंने इस पूर्व दिग्गज बल्लेबाज के नाम पर अपने बेटे का नाम सुनील नरेन रखा.
आज सुनील नरेन किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए खेलते हुए स्पिनर के रूप में पहचान बनाई है. हालांकि, कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलते हुए नरेन ने बल्लेबाज़ के तौर पर भी लोहा मनवा चुके हैं. अब नरेन केकेआर के लिए ओपनिंग बेटिंग करते हैं. बेटा तो बड़ा क्रिकेट स्टार बन गया. लेकिन उनके पिता ने अभी भी टैक्सी चलाने का काम नहीं छोड़ा है.
सुनील नरेन ने आईपीएल 2024 में करियर का पहला शतक लगाया है. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेले गए मुकाबले में नरेन ने 56 गेंदों में 13 चौके और 6 छक्कों की मदद से 109 रन बनाए. नरेन अब तक आईपीएल में 168 मैच खेल चुके हैं और 102 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए नरेन ने 164.84 के स्ट्राइक रेट से 1,322 रन बनाए हैं. इसके साथ ही 167 पारियों में गेंजबाजी करते हुए 25.69 की औसत से 170 विकेट भी चटका चुके हैं.