एशिया कप क्रिकेट में भारत-पाकिस्तान मुकाबले पर विपक्ष का विरोध – "खून के बदले मुनाफा बंद करो"
पहलगाम हमले के बाद, नेताओं ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट खेलने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे "खून की कमाई" बताया और कहा कि जब आतंकवाद विरोधी अभियान अभी भी जारी हैं, तब ऐसे समय में चिर-प्रतिद्वंद्वी देश के साथ क्रिकेट मैच खेलना उचित नहीं है। यह मुकाबला 14 सितंबर को निर्धारित है।;
भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 (14 सितंबर) में होने वाला हाई-वोल्टेज क्रिकेट मैच एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गया है। यह मुकाबला संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में 14 सितंबर को तय है, जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के महज पांच महीने बाद आयोजित किया जा रहा है। इस हमले में 20 से अधिक भारतीय पर्यटकों की जान गई थी।
विपक्षी नेताओं ने इस फैसले की आलोचना करते हुए सवाल उठाया है कि जब हमले में शामिल आतंकवादी अब तक फरार हैं, तब भारत पाकिस्तान के साथ क्रिकेट क्यों खेले? उन्होंने इस मैच को "खून की कीमत पर मुनाफा कमाने की होड़" करार दिया और कहा कि मौजूदा हालात में "स्पोर्ट्स डिप्लोमेसी को पीछे रखना चाहिए।"
विपक्ष ने जताई नाराज़गी
शिवसेना (UBT) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भारत-पाकिस्तान मैच का विरोध करते हुए कहा, "डियर BCCI, याद रखिए हम सभी भारतीय पाकिस्तान के साथ किसी भी क्रिकेट मैच का विरोध करेंगे, चाहे वह किसी भी देश में हो। भारतीय जवानों और आम नागरिकों के खून के बदले मुनाफा कमाना बंद कीजिए। एक ओर भारत के CDS कह रहे हैं कि 'ऑपरेशन सिंदूर' जारी है, और दूसरी ओर आप लोग खून की कीमत पर मुनाफा कमाने दौड़ रहे हैं।"
उन्होंने खेल मंत्री मनसुख मांडविया को भी टैग कर पूछा कि यह सब कैसे स्वीकार्य है।
ज्ञात हो, पहलवाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी, जिससे दोनों देशों के बीच चार दिन तक हवाई तनाव रहा, जिसके बाद संघर्षविराम हुआ।
भारत ने पाकिस्तान पर सीमापार आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाते हुए साफ कहा है – “आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते।”
कांग्रेस सांसद का विरोध
झारखंड से कांग्रेस के लोकसभा सांसद सुखदेव भगत ने कहा, “कई लोग कहते हैं कि खेल को राजनीति से अलग रखना चाहिए, लेकिन पाकिस्तान की हरकतों से देश की राष्ट्रभक्ति और जनभावनाएं आहत होती हैं। जब तक पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई न हो, तब तक आगे कोई कदम नहीं उठाना चाहिए।”
पूर्व कप्तान अज़हरुद्दीन ने भी जताई आपत्ति
भारत के पूर्व कप्तान और कांग्रेस के पूर्व सांसद मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने कहा, “अगर भारत द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलता, तो अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भी पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए।”
हालांकि उन्होंने अंतिम निर्णय सरकार और BCCI पर छोड़ दिया।
पहलगाम के बाद सब बदल गया
हाल ही में इंग्लैंड में होने वाला वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में भारत-पाक मैच भी रद्द हो गया क्योंकि कई पूर्व भारतीय खिलाड़ी, हरभजन सिंह, इरफान पठान, शिखर धवन ने पहलगाम हमले के विरोध में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार कर दिया।
BCCI पर प्रियंका चतुर्वेदी का दूसरा वार
26 जुलाई (कारगिल विजय दिवस) को जब BCCI ने एशिया कप का कार्यक्रम घोषित किया, जिस दिन भारत कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर जीत की याद मनाता है, उस पर प्रियंका चतुर्वेदी ने दूसरी पोस्ट में लिखा, “कारगिल विजय दिवस जैसे दिन पर, जब हम शहीदों को नमन करते हैं जिन्होंने पाकिस्तान से देश की रक्षा में जान दी, उसी दिन BCCI पाकिस्तान के गृह मंत्री और PCB अध्यक्ष से मिलकर भारत-पाकिस्तान मैच की पुष्टि करता है। शर्मनाक।”
एशिया कप 2025
टूर्नामेंट 9 सितंबर से 28 सितंबर तक UAE में होगा। भारत और पाकिस्तान का मैच 14 सितंबर को तय है। भारत मौजूदा चैंपियन और इस संस्करण का आधिकारिक मेज़बान है, लेकिन सारे मैच न्यूट्रल वेन्यू पर होंगे।
ग्रुप A: भारत, पाकिस्तान, ओमान, UAE
ग्रुप B: श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, हांगकांग
दोनों टीमें सुपर फोर में फिर से भिड़ सकती हैं और संभवतः फाइनल में भी आमना-सामना हो सकता है (28 सितंबर)।
2023 में पाकिस्तान ने एशिया कप की मेज़बानी की थी लेकिन भारत ने वहां खेलने से इनकार कर अपने सारे मैच श्रीलंका में खेले थे, जिसमें फाइनल भी शामिल था।