टूटे पैर से पंत ने ठोका था अर्धशतक, वॉन बोले- अब नियम बदलो

भारत-इंग्लैंड चौथे टेस्ट में टूटे पैर से पंत के अर्धशतक ने सबका दिल जीता। वहीं वॉन ने क्रिकेट के पुराने नियमों को गलत बताते हुए मेडिकल सब्स्टीट्यूट की मांग की।;

Update: 2025-07-25 08:01 GMT

भारत के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में टूटे पैर के साथ बल्लेबाजी करते हुए साहसिक अर्धशतक जड़कर क्रिकेटप्रेमियों का दिल जीत लिया। इस प्रदर्शन पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने पंत की तारीफ तो की, लेकिन साथ ही टेस्ट क्रिकेट के पुराने नियमों पर भी सवाल उठाए, खासकर गंभीर रूप से घायल खिलाड़ियों के लिए मेडिकल सब्स्टीट्यूट की अनुमति न दिए जाने को लेकर।

टूटे पैर के साथ मैदान पर उतरे थे पंत

मैच के पहले दिन चोटिल होकर रिटायर्ड हर्ट हुए पंत अगले ही दिन फिर मैदान पर लौटे और अपने स्कोर में 17 रन जोड़कर अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने तेज गेंदबाज बेन स्टोक्स के खिलाफ डटकर खेला, जबकि उनकी हालत सामान्य नहीं थी। वे दौड़ नहीं पा रहे थे, लंगड़ा रहे थे और उनका एक जूता विशेष रूप से मोटा और बड़ा था ताकि चोट को सहारा मिल सके।

वॉन ने कहा– यह बहादुरी लेकिन सिस्टम में बदलाव ज़रूरी

वॉन ने ‘द टेलीग्राफ’ में अपने कॉलम में लिखा कि टूटे पैर के साथ पंत को बल्लेबाजी करते देखना अद्भुत था। उन्होंने हिम्मत, तकनीक और समर्पण का परिचय दिया, लेकिन वे पूरी तरह फिट नहीं थे। इससे उनकी चोट और बढ़ सकती थी। वॉन ने टेस्ट क्रिकेट के नियमों पर टिप्पणी करते हुए कहा, कि कन्कशन (सिर की चोट) के लिए सब्स्टीट्यूट की अनुमति है, लेकिन बाकी गंभीर चोटों के लिए नहीं यह समझ से परे है। क्रिकेट अब भी पुराने ज़माने की सोच में फंसा है। ऐसा कोई और खेल नहीं है, जहां इस तरह खिलाड़ी को बदलने की अनुमति न हो।”

मेडिकल सब्स्टीट्यूट को लेकर सुझाव

वॉन का मानना है कि यदि किसी खिलाड़ी को गंभीर चोट लगे, जैसे हड्डी टूटना, और डॉक्टर या स्कैन से यह प्रमाणित हो, तो उसकी जगह किसी समान कौशल वाले खिलाड़ी को खेलने की अनुमति मिलनी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि हर खिलाड़ी के लिए एक बैकअप प्लेयर पहले से तय हो। दोनों टीमें उसे मंज़ूरी दें। मैच रेफरी इसकी निगरानी करे।

पंत की बल्लेबाजी शैली पर भी टिप्पणी

हालांकि वॉन ने पंत की साहसिक बल्लेबाजी की सराहना की, लेकिन क्रिस वोक्स के खिलाफ पहले दिन खेला गया रिवर्स स्वीप उन्हें पसंद नहीं आया। उन्होंने उसे "मूर्खतापूर्ण" शॉट बताया और कहा कि पंत को पारंपरिक तरीके से खेलना चाहिए था।

फिर भी वॉन मानते हैं कि पंत जैसे खिलाड़ी दुर्लभ हैं। उन जैसा कोई खिलाड़ी पहले कभी नहीं देखा गया। उनकी शैली अलग है। चोट उनकी गलती हो सकती है, लेकिन उन्होंने जो जज़्बा दिखाया, वो बेमिसाल था।

ऋषभ पंत का यह साहसिक अर्धशतक सिर्फ एक पारी नहीं थी, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में प्रतिबद्धता और जुझारूपन का प्रतीक बन गया। वहीं माइकल वॉन जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की टिप्पणियों से यह साफ है कि अब क्रिकेट के नियमों को आधुनिक समय के अनुरूप ढालने की ज़रूरत है।

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