शमी की कमी, पर नए गेंदबाज़ों पर भरोसा, बोले- शुभमन गिल

शुभमन गिल ने कोलकाता टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि साउथ अफ्रीका सीरीज़ डब्ल्यूटीसी फाइनल की राह तय करेगी। शमी की कमी के बावजूद टीम को भरोसा है।

Update: 2025-11-13 09:21 GMT

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ का पहला मुकाबला 14 नवंबर से कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला जाएगा। यह सीरीज़ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025–27 के लिहाज़ से बेहद अहम मानी जा रही है। भारत ने पिछली टेस्ट सीरीज़ में वेस्टइंडीज़ को 2-0 से हराया था, जबकि साउथ अफ्रीका ने पाकिस्तान के खिलाफ 1-1 से सीरीज़ बराबर की थी।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में शुभमन गिल के बयान

कोलकाता टेस्ट से एक दिन पहले, 13 नवंबर को भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम मुद्दों पर खुलकर बात की। गिल ने टीम कॉम्बिनेशन, मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी और अपने कप्तानी अनुभव को लेकर विस्तार से जवाब दिए।

गिल ने कहा  “ये दोनों टेस्ट हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यही डब्ल्यूटीसी फाइनल की दिशा तय करेंगे। साउथ अफ्रीका एक मज़बूत टीम है, लेकिन हमने मुश्किल परिस्थितियों में खुद को संभाला है। विकेट भी एक सामान्य भारतीय पिच लग रही है।”

उन्होंने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज़ के तुरंत बाद रेड बॉल क्रिकेट में लौटना मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन एक प्रोफेशनल खिलाड़ी के तौर पर खुद को मैनेज करना ज़रूरी है।

 शमी की कमी और नए गेंदबाज़ों पर भरोसा

शुभमन गिल ने अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा “शमी भाई जैसे गेंदबाज़ बहुत कम होते हैं। लेकिन आकाश दीप, प्रसिद्ध कृष्णा, बुमराह और सिराज के हालिया प्रदर्शन को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। हमारी नज़र इस बात पर भी है कि अगली टेस्ट सीरीज़ में क्या कॉम्बिनेशन रहेगा।”

 ईडन गार्डन्स से भावनात्मक जुड़ाव

गिल ने कोलकाता को अपने करियर का अहम पड़ाव बताया। उन्होंने कहा  यह शहर मेरे लिए बहुत खास है। मेरा आईपीएल करियर यहीं से शुरू हुआ था। छह साल पहले मैं टीम का हिस्सा था, लेकिन तब यहां खेल नहीं पाया था। अब बतौर कप्तान लौटना मेरे लिए भावनात्मक पल है।”

ऑलराउंडर्स और टीम कॉम्बिनेशन पर विश्वास

गिल ने भारतीय टीम के ऑलराउंडर्स की तारीफ करते हुए कहा हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो गेंद और बल्ले दोनों से मैच बदल सकते हैं। पिछली सीरीज़ में साउथ अफ्रीका ने शानदार खेल दिखाया था, लेकिन भारतीय परिस्थितियों में उन्हें चुनौती का सामना करना होगा।”

उन्होंने जोड़ा कोलकाता में शाम को रोशनी जल्दी कम होती है, इसलिए सुबह और आखिरी सत्र में तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिलेगी, लेकिन भारतीय परिस्थितियों में स्पिनर्स ही निर्णायक भूमिका निभाते हैं।”

 वर्कलोड और विदेशी दौरों की चुनौतियाँ

कप्तान शुभमन गिल ने विदेशी दौरों पर वर्कलोड को लेकर भी अपनी राय रखी भारत में रिवर्स स्विंग अहम होती है, लेकिन विदेशों में लंबी स्पेल फेंकनी पड़ती है। वहां वर्कलोड ज़्यादा होता है। ऐसे में तय करना मुश्किल होता है कि अतिरिक्त ऑलराउंडर के साथ जाएं या स्पिनर के साथ।” उन्होंने माना कि अक्षर पटेल और कुलदीप यादव के बीच चयन “टॉस-अप” की स्थिति में है। गिल ने कहा कि वह अभी भी सीख रहे हैं कि अलग-अलग देशों और फॉर्मेट्स के बीच खुद को कैसे एडजस्ट करें। मेरे लिए यह मानसिक रूप से ज़्यादा चुनौतीपूर्ण है, शारीरिक रूप से मैं पूरी तरह फिट महसूस करता हूं।

कोलकाता टेस्ट सिर्फ दो टीमों की भिड़ंत नहीं, बल्कि डब्ल्यूटीसी फाइनल की दिशा तय करने वाला अहम पड़ाव भी है। शुभमन गिल के नेतृत्व में टीम इंडिया जहां घरेलू धरती पर जीत की लय बनाए रखना चाहेगी, वहीं साउथ अफ्रीका अपनी मज़बूती साबित करने उतरेगा।

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