क्रिकेट इतिहास के 3 अनोखे रिकॉर्ड, जिन्हें तोड़ना नामुमकिन!
Unique Cricket Records: इन तीन रिकॉर्ड्स को तोड़ना तो दूर, इनके पास तक पहुंचना भी वर्तमान दौर के क्रिकेटर्स के लिए कठिन चुनौती है. क्रिकेट के लंबे इतिहास में ऐसे अजूबे रिकॉर्ड्स खेल के रोमांच दर्शाते हैं.;
Cricket Records: क्रिकेट इतिहास में कई रिकॉर्ड्स बने हैं. लेकिन कुछ रिकॉर्ड्स ऐसे भी हैं, जिन्हें खेल का सबसे बड़ा अजूबा माना जाता है. ये वो कीर्तिमान हैं, जिनके आसपास पहुंचना भी हर क्रिकेटर के लिए सपना ही रह जाता है. इनमें से तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ऐसे हैं, जिन्हें आज तक कोई तोड़ नहीं पाया और भविष्य में भी इनके टूटने की संभावना बेहद कम है. आइए जानते हैं क्रिकेट इतिहास के इन 3 सबसे अनोखे वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के बारे में...
एक गेंद पर 286 रन
15 जनवरी 1894 को वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया और 'स्क्रैच XI' के बीच एक घरेलू मैच खेला गया था. इस मैच में एक ऐसी घटना घटी, जिसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाए. दरअसल, मैच की पहली ही गेंद पर विक्टोरिया के बल्लेबाज ने इतना लंबा शॉट मारा कि गेंद जाकर एक पेड़ पर अटक गई. तब तक बल्लेबाज लगातार दौड़ते रहे और 286 रन बना लिए. उस दौर में ओवरथ्रो की कोई सीमा नहीं थी और गेंद को ढूंढ़ने में काफी वक्त लग गया, जिससे बल्लेबाजों को दौड़कर रन बनाने का भरपूर समय मिला. यह रिकॉर्ड आज भी क्रिकेट इतिहास का सबसे असाधारण स्कोरिंग पल माना जाता है.
एक टेस्ट पारी में 10 विकेट
टेस्ट क्रिकेट में किसी एक पारी में सभी 10 विकेट लेना अपने आप में एक अविश्वसनीय उपलब्धि है. अब तक यह कारनामा केवल तीन गेंदबाजों ने किया है:-
⦁ जिम लेकर (इंग्लैंड) – 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ
⦁ अनिल कुंबले (भारत)– 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ
⦁ एजाज पटेल (न्यूजीलैंड)– 2021 में भारत के खिलाफ
यह रिकॉर्ड ऐसा है, जिसकी केवल बराबरी की जा सकती है, लेकिन इसे तोड़ा नहीं जा सकता. क्योंकि एक पारी में कुल 10 विकेट ही होते हैं.
टेस्ट की चारों पारियों में दोहरा शतक
भारतीय क्रिकेट के लीजेंड सुनील गावस्कर टेस्ट इतिहास के इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट की सभी चार पारियों (1st, 2nd, 3rd, 4th) में 200 से अधिक रन बनाए हैं. उनके दोहरे शतक इस प्रकार हैं:-
⦁ पहली पारी: 205 रन
⦁ दूसरी पारी: नाबाद 236 रन
⦁ तीसरी पारी: 220 रन
⦁ चौथी पारी: 221 रन
यह कारनामा उन्होंने 1971 से 1983 के बीच किया था. 42 साल बीत जाने के बाद भी इस रिकॉर्ड के करीब कोई बल्लेबाज नहीं पहुंच सका है. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली, दूसरी और तीसरी पारी में दोहरे शतक लगाए थे, जबकि इंग्लैंड के खिलाफ चौथी पारी में. यह रिकॉर्ड आज भी क्रिकेट के सबसे महान व्यक्तिगत कारनामों में गिना जाता है.