लालू परिवार से नाता तोड़ने के बाद रोहिणी का तेजस्वी यादव पर बड़ा आरोप, कहा- 'मुझे गाली दी गई और मारा गया’
लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने आरोप लगाया है कि उनके भाई तेजस्वी यादव और उनके करीबी सहयोगी संजय यादव तथा रमीज़ ने उन्हें परिवार से निकाल दिया। रोहिणी का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव में RJD की हार के बारे में सवाल उठाने पर उन्हें अपमानित किया गया, गाली दी गई और यहां तक कि मारा-पीटा गया।
परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद, रोहिणी आचार्या ने दावा किया कि उन्हें तेजस्वी यादव, संजय यादव और रमीज़ ने "घर से बाहर फेंक दिया"।
बिहार चुनाव में राजद की करारी हार पर बोलते हुए रोहिणी ने कहा कि जब उन्होंने संजय यादव और रमीज़ की भूमिका पर सवाल उठाया, तो उन्हें "अपमानित किया गया, गालियां दी गईं और मारा भी गया"।
उन्होंने ANI से कहा, “मेरा कोई परिवार नहीं है। आप जाकर संजय यादव, रमीज़ और तेजस्वी यादव से पूछ सकते हैं। इन्हीं लोगों ने मुझे परिवार से निकाल दिया। ये लोग कोई ज़िम्मेदारी लेना नहीं चाहते… पूरा देश पूछ रहा है कि पार्टी इस तरह क्यों हारी। जैसे ही आप संजय यादव और रमीज़ का नाम लेते हैं, आपको घर से निकाल दिया जाता है, अपमानित किया जाता है, गाली दी जाती है और मारा भी जाता है।”
संजय यादव और रमीज़ कौन हैं?
संजय यादव, जिनका ज़िक्र रोहिणी ने किया है, तेजस्वी यादव के बेहद करीबी सहयोगी हैं। 1984 में हरियाणा में जन्मे संजय 2012 में RJD से जुड़े और 2024 में पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा।
रमीज़ के बारे में ऐसा कहा जाता है कि वो तेजस्वी यादव के पुराने मित्र हैं और उत्तर प्रदेश के एक राजनीतिक परिवार से आते हैं।
"मुझे इस्तीफा देने और परिवार छोड़ने को कहा गया" — रोहिणी का दावा
इससे पहले रोहिणी ने X पर लिखा कि राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का फैसला उन्होंने संजय यादव और रमीज़ के कहने पर किया, “मैं राजनीति छोड़ रही हूं और परिवार से रिश्ता तोड़ रही हूं… यह वही है जो संजय यादव और रमीज़ ने मुझसे करने को कहा था… और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं।”
बीजेपी की प्रतिक्रिया
भाजपा बिहार के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “रोहिणी आचार्या ने लालू यादव को बचाने के लिए अपनी किडनी दान की। अगर एक-दो लोगों की वजह से लालू यादव का परिवार लगातार टूट रहा है, तो किसी को भी अच्छा नहीं लगेगा। अगर परिवार किसी एक व्यक्ति के कारण बिखर रहा है तो यह ठीक नहीं है।”
बिहार चुनाव में RJD और महागठबंधन का प्रदर्शन
RJD की सीटें 75 से घटकर सिर्फ 25 रह गईं — 2010 के बाद की सबसे खराब प्रदर्शन में से एक। गठबंधन 40 सीटों के नीचे सिमट गया और सरकार बनाने से बहुत दूर रहा। NDA ने 100 से अधिक सीटों का फायदा उठाया।
NDA का प्रदर्शन
BJP ने 89 सीटें जीतीं — बिहार में अब तक का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। JDU को 85 सीटें मिलीं। चिराग पासवान की LJP (RV) ने 29 में से 19 सीटें जीतीं। HAM को 5 सीटें और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को 4 सीटें मिलीं।