अरविन्द केजरीवाल के बाद अब उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ी

दिल्ली हाई कोर्ट में सुनीता केजरीवाल के खिलाफ अदालत की अवमानना करने के आरोप में याचिका दाखिल. वैभव सिंह नाम के वकील ने आरोप लगाया है कि 28 मार्च 2024 को अरविंद केजरीवाल की राऊज एवेन्यु कोर्ट में वर्चुअल पेशी हुई थी.

Update: 2024-05-29 12:09 GMT

दिल्ली सरकार के कथित शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की पत्नी भी मुश्किलों में उलझती दिख रही हैं. अब उनके खिलाफ भी अदालत में याचिका दायर करते हुए उनके खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई करने की मांग की गयी है. अब देखना ये है कि दिल्ली हाई कोर्ट इस याचिका पर कब सुनवाई करती है और क्या कार्यवाही करते हैं.


अदालत की विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग की कार्यवाही को रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड करने का आरोप

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की गयी है. वैभव सिंह नाम के वकील ने आरोप लगाया है कि 28 मार्च 2024 को अरविंद केजरीवाल की राऊज एवेन्यु कोर्ट में वर्चुअल पेशी हुई थी. आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं ने कोर्ट की जो कार्यवाही थी, उसकी रिकॉर्डिंग करके सोशल मीडिया पर ऑडियो/विडियो अपलोड किया गया. जो बिलकुल गलत और क़ानूनी तौर पर उल्लंघन है. इतना ही नहीं इस रिकॉर्डिंग को सोशल मीडिया पर अपलोड भी किया गया और तो और उसके माध्यम से राजनीती भी की गयी. इस काम को करने में मुख्यमंत्री केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी निभायी. ये कृत्कोय सीधे तौर पर दिल्ली हाई कोर्ट की ओर से तय किये गए नियमों का उल्लंघन भी है. 


क्या है मामला

वैभव सिंह नाम के एक वकील ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की पत्नी व आप के कुछ अन्य नेताओं पर आरोप लगाया है. आरोपों के तेहत सुनीता केजरीवाल और अन्य नेताओं ने न सिर्फ अदालत की कार्यवाही को अवैध तरीके से रिकॉर्ड किया, बल्कि उसे राजनितिक फायदे की मंशा से सोशल मीडिया पर साझा भी किया. इतना ही नहीं इस ऑडियो/वीडियो रिकॉर्डिंग को सोशल मीडिया पर हैशटैग (#मॉनीटराइलेक्सपोसेड्बैकेजरीवाल) मनी ट्रायल एक्सपोज्ड के साथ चलाया भी गया. ये सीधे सीधे अदालत की अवमानना का मामला है. 

याचिका में ये भी कहा गया है कि 'जिस परिस्थिति में ऑडियो/वीडियो रिकॉर्डिंग को वायरल किया गया, उसमें एक राजनीतिक दल की गहरी साजिश प्रतीत होती है. अपने इस कृत्य से न्यायपालिका की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है. कहीं न कहीं जनता के सामने ये दर्शाने की कोशिश की गयी है कि न्यायपालिका सरकार के पक्ष और दबाव में काम करती है.



क्या था वायरल ऑडियो/विडियो में


सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में केजरीवाल जज के सामने अपना पक्ष रख रहे थे. इस दौरान उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड का जिक्र करते हुए आरोप लगाया था कि कथित शराब घोटाले के आरोपी ने बीजेपी को चंदा दिया. ये विडियो लगभग 7 से 10 मिनट का था.


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