अहमदाबाद में आठवीं के छात्र ने दसवीं के छात्र को मारा चाकू, घायल छात्र की मौत के बाद तोड़फोड़, सांप्रदायिक तनाव

गुजरात के अहमदाबाद में एक कक्षा 10 के छात्र की उसी स्कूल के कक्षा 8 के छात्र ने चाकू मारकर हत्या कर दी। बाद में, मृतक छात्र के परिजनों ने स्कूल की संपत्ति को नुकसान पहुँचाया और स्टाफ पर हमला किया।;

Update: 2025-08-20 11:42 GMT
भीड़ ने शिक्षकों और प्रिंसिपल पर हमला किया और स्कूल की इमारत और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया

अहमदाबाद के एक स्कूल में बुधवार सुबह भारी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, जब एक दिन पहले स्कूल के मुख्य द्वार के बाहर चाकू लगने से घायल हुए कक्षा 10 के छात्र की मौत हो गई। मृतक छात्र को कथित तौर पर उसी स्कूल के कक्षा 8 के छात्र ने चाकू मारा था।

स्थिति और बिगड़ गई जब यह सामने आया कि आरोपी नाबालिग और मृतक अलग-अलग समुदायों से हैं। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के सदस्य भी स्कूल में हो रहे विरोध में शामिल हो गए।

इस दौरान शिक्षकों और प्रिंसिपल पर हमला हुआ और स्कूल की इमारत व संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। बाद में पुलिस ने हालात को काबू में लिया।

पुलिस और प्रशासन की भूमिका

करीब दोपहर 2 बजे स्थिति शांत हो पाई, जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और स्थानीय नेताओं ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। मीडिया रिपोर्ट्स में क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त (JCP) शरद सिंघल के हवाले से बताया गया है, “प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच करे। पुलिस आयुक्त ने केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है।”

उन्होंने बताया कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। अपराध स्थल की जांच कराई जा रही है ताकि यह देखा जा सके कि कहीं सबूतों से छेड़छाड़ तो नहीं हुई।

मुख्य आरोपी नाबालिग को मंगलवार को ही हिरासत में ले लिया गया था। एक अन्य नाबालिग से भी पूछताछ की जा रही है।

घटना मंगलवार दोपहर 12:30 बजे हुई, जब 15 वर्षीय पीड़ित छात्र स्कूल गेट से बाहर निकला। तभी 16 वर्षीय आरोपी उसके पास आया और पेट में चाकू मार दिया। घायल छात्र को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार तड़के 3 बजे उसकी मौत हो गई। प्राथमिक जांच में सामने आया कि दोनों छात्रों के बीच करीब एक हफ्ते पहले झगड़ा हुआ था।

शव यात्रा और शिक्षा विभाग की कार्रवाई

बुधवार दोपहर लगभग 2 बजे मृतक छात्र का परिवार शव यात्रा निकालते हुए उसे स्कूल के मुख्य द्वार पर ले आया। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी (सिटी) की ओर से स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया और स्पष्टीकरण मांगा गया।

सिटी DEO रोहित चौधरी ने मीडिया से कहा, “स्कूल प्रबंधन से विस्तृत जवाब मांगा गया है कि यह घटना कैसे हुई, सुरक्षा कहां थी। यदि यह घटना स्कूल परिसर के बाहर हुई, तो खून से लथपथ पीड़ित छात्र स्कूल परिसर में कैसे पहुंचा और स्कूल प्रबंधन ने क्या कार्रवाई की? इससे स्पष्ट है कि स्कूल ने न तो जिला शिक्षा अधिकारियों को तुरंत सूचना दी और न ही उचित कदम उठाए।”

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