दिल्ली में बढ़ी सर्दी के साथ बिगड़ी फिज़ा, AQI 300 पार
दिल्ली में दिवाली से पहले जिस तरह से हवा बिगड़ी है, उसने इस बात पर बहस शुरू कर दी है कि ग्रीन पटाखे चलने से दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण तीव्रता बढ़ जाएगी. कई इलाकों में AQI 300 पार हो गया है.
By : The Federal
Update: 2025-10-16 03:46 GMT
Pollution Returns : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सर्दी के बढ़ते ही वायु गुणवत्ता एक बार फिर खराब हो गई है। गुरुवार तड़के 4:45 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 210 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। अधिकारियों के अनुसार, बुधवार को लगातार दूसरे दिन दिल्ली की हवा ‘खराब’ रही, जबकि कई क्षेत्रों में प्रदूषण स्तर 300 के पार जाकर ‘बहुत खराब’ श्रेणी तक पहुंच गया।
एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम का अनुमान है कि आने वाले कुछ दिनों तक हालात में सुधार की संभावना कम है और AQI इसी श्रेणी में बना रह सकता है।
दिल्ली के प्रमुख क्षेत्रों में प्रदूषण स्तर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, आनंद विहार का AQI 345 दर्ज किया गया, जो दिल्ली में सबसे खराब रहा। इसके बाद वजीरपुर (325), द्वारका सेक्टर-8 (314), दिल्ली विश्वविद्यालय नॉर्थ कैंपस (307) और सीआरआरआई मथुरा रोड (307) का स्थान रहा।
राजधानी के कुल 38 निगरानी केंद्रों में से 5 केंद्रों पर हवा ‘बहुत खराब’, 20 पर ‘खराब’ और 13 पर ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 233 रहा।
CPCB के मानकों के अनुसार:
0-50: अच्छा
51-100: संतोषजनक
101-200: मध्यम
201-300: खराब
301-400: बहुत खराब
401-500: गंभीर
पराली जलाने और ट्रैफिक से बढ़ा प्रदूषण
डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के अनुसार, बुधवार को दिल्ली के प्रदूषण में ट्रांसपोर्ट सेक्टर का योगदान 16.7% रहा, जो सबसे बड़ा हिस्सा है।
सैटेलाइट डेटा के मुताबिक, बुधवार को छह राज्यों में 136 पराली जलाने की घटनाएँ दर्ज की गईं —
उत्तर प्रदेश: 46
पंजाब: 11
हरियाणा: 7
दिल्ली: 1
अन्य घटनाएँ मध्य प्रदेश और राजस्थान से सामने आईं।
मौसम में गिरावट, सर्दी ने दी दस्तक
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 32.5°C और न्यूनतम तापमान 18.3°C रहा — दोनों ही सामान्य से थोड़ा कम।
गुरुवार के लिए मौसम विभाग ने अधिकतर साफ आसमान और तापमान में मामूली गिरावट का पूर्वानुमान जताया है।
दिल्ली-एनसीआर में लागू हुआ GRAP-1
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के पहले चरण को लागू कर दिया है।
GRAP-1 के तहत मुख्य उपाय:
निर्माण स्थलों और सड़कों पर धूल नियंत्रण के लिए सख्त निगरानी।
खुले में कचरा या पत्तियां जलाने पर प्रतिबंध।
वाहनों के धुआं उत्सर्जन पर कड़ी जांच।
सार्वजनिक परिवहन और कारपूलिंग को बढ़ावा।
नगर निगमों को सड़कों की यांत्रिक सफाई बढ़ाने के निर्देश