दिल्ली चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए कांग्रेस नेताओं को मिले बड़े पद

लवली और चौहान दोनों पहले शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके हैं। भाजपा चुनाव अभियान को मज़बूती देने में उनके योगदान को देखते हुए यह नियुक्तियाँ एक 'इनाम' के रूप में देखी जा रही हैं।;

Update: 2025-08-03 13:23 GMT
अरविंदर सिंह लवली (बाएं )और राजकुमार चौहान (दाहिने) को कैबिनेट मंत्री के समकक्ष का रैंक दिया गया है

दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायक अरविंदर सिंह लवली और राजकुमार चौहान को दिल्ली सरकार में अहम पदों पर नियुक्त किया गया है।

गांधी नगर के विधायक लवली को ट्रांस-यमुना विकास बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि मंगोलपुरी के विधायक चौहान को दिल्ली ग्राम विकास बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सरकारी दस्तावेज़ में स्पष्ट किया गया है कि ये दोनों पद कैबिनेट मंत्री के दर्जे के समकक्ष हैं।

दस्तावेज़ में लिखा गया है, “दिल्ली सरकार के मंत्रिपरिषद ने दिल्ली ग्राम विकास बोर्ड (DVDB) और ट्रांस यमुना क्षेत्र विकास बोर्ड के अध्यक्षों को एनसीटी दिल्ली में कैबिनेट मंत्री के रैंक के बराबर दर्जा देने का निर्णय लिया है।” दस्तावेज़ में आगे कहा गया है कि ग्राम विकास बोर्ड के अन्य सदस्यों को सरकार द्वारा नामित किया जाएगा। “बोर्ड का कार्य दिल्ली के शहरी और ग्रामीण गांवों में बुनियादी ढांचे से संबंधित विकास कार्यों पर सरकार को सलाह देना होगा।”

अरविंदर सिंह लवली और राजकुमार चौहान दोनों पहले शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके हैं। भाजपा चुनाव अभियान को मज़बूती देने में उनके योगदान को देखते हुए यह नियुक्तियाँ एक 'इनाम' के रूप में देखी जा रही हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, “यह लंबे समय से अपेक्षित इनाम था। दोनों नेताओं के पास प्रशासनिक अनुभव है और वे विकासात्मक पहलों व पार्टी की निकाय चुनाव रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”

अधिकारियों ने बताया कि इन नामांकनों को कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मंज़ूरी मिली थी।

लवली, जो दिल्ली विधानसभा के प्रो-टेम स्पीकर भी रह चुके हैं, ने मई 2024 में कांग्रेस छोड़ दी थी। उन्होंने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन पर असहमति जताते हुए भाजपा में दूसरी बार प्रवेश किया। उन्होंने कहा था, “पिछली बार गुस्से में कांग्रेस छोड़ी थी, इस बार ठंडे दिमाग और सोच-समझकर छोड़ी है। अब या तो भाजपा में राजनीति करेंगे, या नहीं करेंगे।”

राजकुमार चौहान ने 2024 लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इस वर्ष मंगोलपुरी (एससी) सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। शनिवार को चौहान ने कहा, “पार्टी ने हमें कैबिनेट के समकक्ष मान्यता देकर जनकल्याण के लिए काम करने का अवसर दिया है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी का आभार व्यक्त करता हूँ और उनके नेतृत्व में ‘विकसित दिल्ली’ के विजन पर कार्य करूंगा।”

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